
खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत शासनादेश के मुताबिक बैरिया ब्लाक में पात्र गृहस्थी वाले पात्रों की सूची बनाने का जिम्मा विकास खंड को सौंपा गया था। सचिव और ग्राम प्रधान द्वारा बनाई गई पात्र गृहस्थी की सूची को खंड विकास अधिकारी और एडीओ पंचायत जांचोंपरांत जिला पूर्ति अधिकारी को भेज दिया। डीएसओ कार्यालय में जब ऑन लाइन फीडिंग हुआ तो ब्लॉक द्वारा भेजे गए सूची के मुताबिक एक भी पात्र गृहस्थी वाले पात्रों का नाम सूची में नहीं मिला। ऑनलाइन फिडिंग में जबरदस्त खेल करके मनचाहे लोगों का नाम सूची में फीड कर दिया गया है।
बानगी के तौर पर मधुबनी ग्राम पंचायत के प्रधान पति विजय गोड़ ने बताया कि करीब 400 लोगों का सूची के मुताबिक फीडिंग न करके बाहरी लोगों का नाम फीड कर दिया गया है। वहीं चकिया के प्रधान पति अरुण सिंह ने भी बताया कि चकिया ग्राम पंचायत में भी पात्र गृहस्थी वाले कार्ड में जबरदस्त खेल किया गया है। डीएसओ कार्यालय द्वारा जारी सूची में नाम गायब है। इस बावत एडीओ पंचायत उमेश सिंह ने बताया कि ग्राम पंचायत सचिव द्वारा जो हमें सूची दी गई थी सूची अग्रसारित कर जिला पूर्ति अधिकारी कार्यालय में भेज दिया गया था, जितनी भी गड़बड़ी है, वह डीएसओ कार्यालय से हो रही है।