कोविड वैक्सीन लगवाने के लिए शहरी अब देहात की दौड़ लगा रहे हैं। शहर के टीकाकरण केंद्रों पर स्लॉट न मिलने की स्थिति में लोग देहात के सेंटरों को चुन रहे हैं। हर रोज ऐसे लोगों की संख्या बढ़ रही है। सुदूर के कुछ गांवों के सीएचसी लोगों की विशेष पसंद भी बन गए हैं।
कोरोना की लड़ाई में सबसे बड़ा हथियार वैक्सीनेशन है। केंद्रों पर रोज लोगों की भीड़ उमड़ रही है। युवा वैक्सीनेशन को खूब दौड़ लगा रहे हैं। शहरी क्षेत्र में स्लॉट ना मिलने पर देहात का रुख कर रहे हैं।
यही कारण है कि देहात के सेंटर पर वैक्सीन लगवाने वाले शहरियों की संख्या खूब है। खासकर शहर के नजदीक वाले वैक्सीनेशन सेंटर पर।
टीके को लेकर उत्साह का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि अन्य आयु वर्ग से कम समय में ही 18 से 44 उम्र की कैटेगिरी में अधिक वैक्सीन की डोज लग चुकी हैं। यह संख्या आने वाले कुछ दिनों में अन्य सभी कैटेगिरी के बराबर हो जाएगी।
फतेहाबाद : युवाओं के लिए डोज कम, उत्साह ज्यादा
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र फतेहाबाद में युवाओं लिए सिर्फ 160 डोज हैं। इसके लिए 18 से 44 वर्ष की उम्र के स्लॉट पहले की बुक हो जाते हैं। 18 प्लस के स्लॉट आवंटन में लोगों को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है।
लोगों को कई-कई दिन इंतजार करने के बाद टीकाकरण का नंबर आ रहा है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. एके सिंह के अनुसार अभी तक 45 प्लस में लगभग 300 लोगों को प्रतिदिन तथा 18 प्लस में करीब 160 लोगों को रोज टीका लगाया जा रहा है। युवाओं में वैक्सीनेशन को लेकर अधिक उत्साह है।
आंवलखेड़ा : 37 सौ से अधिक ने लगवाई वैक्सीन
माता भगवती देवी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आंवलखेड़ा में अब तक 37 सौ से अधिक लोगों ने वैक्सीन लगवा ली है। वैक्सीन के लिए युवाओं में खासा उत्साह है। दूर-दराज से भी युवा केन्द्र पर स्लॉट बुक कराकर वैक्सीन लगवाने के लिए आ रहे हैं। केन्द्र पर वैक्सीनेशन मार्च से शुरू हुआ था। उसके बाद से वैक्सीन कोटे के अनुसार लग रही है। केन्द्र अधीक्षक सुनील बघेल के अनुसार 18 प्लस शुरू होने के बाद सेंटर पर टीकाकरण का आंकड़ा बढ़ा है।