समर्थन मूल्य पर चल रही गेहूं खरीद प्रक्रिया में बरेली मंडल ने इस बार खरीद का नया रिकार्ड बनाया है। मंडल में इस बार सर्वाधिक किसानों से गेहूं न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदा गया। गेहूं खरीद भी प्रदेश में सबसे अधिक बरेली मंडल में ही हुई है। नये कृषि कानून के बाद एमएसपी पर गेहूं बेचने वाले किसानों की बढ़ती संख्या से विभाग भी गदगद है।
गौरतलब है कि नया कृषि कानून पारित होने के बाद एमएसपी खत्म होने का अंदेशा जताया जा रहा था। लेकिन पिछले धान खरीद सत्र के बाद अब गेहूं में रिकॉर्ड किसानों ने एमएसपी का फायदा उठाया है। बरेली मंडल में इस बार बिना लक्ष्य के ही गेहूं खरीद शुरू कराई गई थी।
इसके लिए मंडल के चार जिलों में 548 क्रय केंद्र स्थापित कराए गए। खाद्य एवं विपणन विभाग की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार गुरुवार शाम तक मंडल में एक लाख 45 हजार किसानों से 789386.97 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदा गया। जो पिछले साल की तुलना में 62 % अधिक है।
बरेली मंडल के चारों जिलों में समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने वाले किसानों की संख्या पिछले साल के मुकाबले बढ़ी है। मंडल में इस वर्ष सर्वाधिक गेहूं खरीद शाहजहांपुर में हुई है।
हजारों किसानों के खाते में नहीं पहुंचा पैसा
समर्थन मूल्य पर बिक्री में भुगतान हमेशा से सबसे बड़ी समस्या रहा है। गेहूं खरीद सत्र समाप्ति की ओर होने के बावजूद अब भी बड़ी संख्या में किसानों के खाते में भुगतान नहीं पहुंचा है। बरेली मंडल में हजारों किसानों का 13519 लाख रुपया क्रय एजेंसियों पर बकाया है।
मनमाने तरीके से देहात क्षेत्र में क्रय केंद्र खुलने से किसान वहां तक नहीं पहुंच पाते थे। इस बार ज्यादातर क्रय केंद्र मंडी परिसर या सरकारी भवनों में स्थापित कराए गए। बिचौलियों का दुष्चक्र तोड़ने के लिए विशेष अभियान चलाया गया। इसका फायदा किसानों को मिला है।