बीमारी के इलाज में इस्तेमाल होने वाले इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वाले दो लोगों को हसनगंज पुलिस ने डालीगंज रेलवे क्रासिंग के पास गिरफ्तार कर लिया। इन दोनों के पास पांच एम्फोनेक्स इंजेक्शन मिले हैं। आरोपियों के पास बाइक भी मिली है। इस गिरोह का मास्टर माइन्डर दवा कारोबारी स्पर्श है। स्पर्श समेत दो लोगों की तलाश की जा रही है।
इंस्पेक्टर हसनगंज यशकांत सिंह के मुताबिक डालीगंज रेलवे क्रासिंग के पास दो युवक संदिग्ध स्थिति में दिखे। पुलिस को देखकर उन्होंने भागने की कोशिश की। इस पर पुलिस ने उन्हें पकड़ कर तलाशी ली। उनके पास ब्लैक फंगस बीमारी में इस्तेमाल होने वाले 50 एमजी के इंजेक्शन मिले। ये इंजेक्शन वह कहां से लाये, इस सम्बन्ध में वह संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। पूछताछ में ही सामने आया कि ये लोग इंजेक्शन की कालाबाजारी करने जा रहे थे। दोनों की पहचान जानकीपुरम सेक्टर ए निवासी अमन सिंह परिहार और इंदिरानगर सेक्टर आठ निवासी जसवीर सिंह के रूप में हुई।
80 हजार रुपये में बेचते थे एक इंजेक्शन
हसनगंज पुलिस के मुताबिक अमन ने बताया कि उन्हें यह इंजेक्शन दवा कारोबारी स्पर्श देता था। बरामद पांच इंजेक्शन के लिये उन लोगों ने 64 हजार रुपये प्रति इंजेक्शन के हिसाब से तीन लाख 20 हजार रुपये दिये थे। इन इंजेक्शन को वह 80 हजार रुपये में बेचते थे। आरोपियों के खिलाफ महामारी अधिनियम व औषधि व प्रशासन अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है।
दवा कारोबारी की कॉल डिटेल खंगाली
एडीसीपी ने बताया कि फरार दवा कारोबारी स्पर्श के मोबाइल की कॉल डिटेल निकलवायी गई है। इससे कई जरूरी जानकारियां मिली है। इस आधार पर स्पर्श और उसके एक साथी की तलाश की जा रही है।