भाजपा धीरे-धीरे चुनावी मोड में आने लगी है। मिशन 2022 की तैयारियां प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष तौर पर इसकी शुरुआत हो चुकी है। निर्माणाधीन प्रोजेक्टों में तेजी लाने व अंतिम चरण में चल रहे काम को पूरा कराने में सरकारी मशीनरी व्यस्त है। शीर्ष नेतृत्व ने नौकरशाही को स्पष्ट कर दिया है कि बाकी बचे दिनों में अधूरी परियोजनाओं को पूरा किया जाए ताकि जनता में संदेश अच्छा जाए। यही कारण है कि डिफेंस कॉरिडोर समेत धनीपुर मिनी एअरपोर्ट व स्टेट यूनिवर्सिटी के शिलान्यास की खबरें तेज हो गई हैं।
अंडला में विकसित हो रहे डिफेंस कॉरिडोर में अभी तक सुस्ती चल रही थी। अगस्त 2018 में परियोजनाओं के लोकार्पण के बाद अलीगढ़ में केवल जमीन फाइनल की गई थी और उसका समतलीकरण कराया गया। 2021 की शुरुआत होने के बाद ही इस पर काम तेज कर दिया गया। लीज डीड कराने से लेकर डिफेंस कॉरिडोर में इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करने का काम तेज हो गया है। डिफेंस कॉरिडोर में आई तेजी को सीधे मिशन 2022 से जोड़कर लोग देख रहे हैं। अलीगढ़ में कई काम सरकार ने कोरोना काल के बाद कराएं हैं। प्रधानमंत्री अगर डिफेंस कॉरिडोर के शिलान्यास को अलीगढ़ आते हैं तो यहां से वेस्ट यूपी को साधने की कोशिश करेंगे। यूपी में विधानसभा चुनाव से पहले पीएम जनता व संगठन की भी नब्ज टटोलेंगे। फिलहाल जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए भाजपा व सपा में कड़ी टक्कर चल रही है। राज्यपाल से लेकर मुख्यमंत्री तक अलीगढ़ आ चुके हैं। प्रधानमंत्री अलीगढ़ आते हैं को उनका दौरा कई मायने में अहम होगा। उद्यमियों, व्यापारियों, युवाओं व आम जनता जोड़ने का प्रयास पार्टी का रहेगा। डिफेंस कॉरिडोर के माध्यम से अलीगढ़ के उद्यमियों-व्यापारियों, स्टेट यूनिवर्सिटी से युवाओं व धनीपुर मिनी एअरपोर्ट से जनता को जोड़ने पर फोकस रहेगा।
कोरोना काल के बाद यह हुए बड़े काम
डिफेंस कॉरिडोर में सात कंपनियों लीज डीड
-कोरोना काल के बाद अलीगढ़ में यूपीडा ने सात कंपनियों की लीज डीड कराई। 15 करोड़ से सड़क का निर्माण अंडला में शुरू कराया। लीज डीड होने के बाद विद्युत सब स्टेशन व ओवरहेड टैंक का निर्माण शुरू कराया गाय। आठ और कंपनियों को लीज डीड एवं सात को कब्जा देने की तैयारी है।
नए औद्योगिक क्षेत्र के विकास पर शासन की मुहर
-शासन ने अलीगढ़ में गभाना तहसील के ख्यामई में नए औद्योगिक क्षेत्र को विकसित करने को मुहर लगाई। 47.08 हेक्टेयर भूमि उद्योग विभाग के नाम जून माह में दर्ज हुई। पिछले एक साल से मामला ठंडे बस्ते में था, लेकिन अचानक से जून माह में पैमाइश के बाद 10 दिनों में काम पूरा करा दिया गया। दूसरी ओर फ्लैट एंड फैक्ट्री योजना के तहत अलीगढ़ में जमीन की पैमाइश हो चुकी है। एडीए की महायोजना 2031 का सर्वे भी अंतिम चरण में हैं।
डिफेंस कॉरिडोर से रोजगार के खुलेंगे नए अवसर
-डिफेंस कॉरिडोर से अलीगढ़ में करीब 10 हजार से अधिक रोजगार के अवसर पैदा होंगे। इसमें सभी वर्ग के लोगों को रोजगार मिलेगा। सबसे अधिक रोजगार इसमें तकनीकी रूप से सक्षम लोगों को हासिल होगा। इसके अलावा बड़ी इकाईयों के अलीगढ़ में आने से हार्डवेयर का काम करने वाली मझोली इकाईयों को भी काम मिलेगा। 1400 करोड़ रुपये से ज्यादा का डिफेंस कॉरिडोर में निवेश है, जिसमें विदेशी कंपनियां भी शामिल हैं। सेना के लिए वर्दी से लेकर सुरक्षा के उपकरण तैयार किए जाएंगे।
बोले उद्यमी
डिफेंस कॉरिडोर अलीगढ़ के विकास में सहायक होगा। अलीगढ़ की पहचान रक्षा क्षेत्रों के लिए होगी। रोजगार के साथ छोटी इकाईयों को भी काम मिलेगा। इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित होगा और खैर क्षेत्र का भी विकास होगा।
धनजीत वाड्रा, अध्यक्ष एफआईएम।
अलीगढ़ में तीन प्रोजेक्ट शुरू होन से यहां की तस्वीर बदल जाएगी। अलीगढ़ विकास व विस्तार दोनों ही भविष्य में होगा। रोजगार हर तरह के लोगों को मिलेगा। डिफेंस कॉरिडोर अलीगढ़ के विकास में मील का पत्थर साबित होगा।
तरुण सक्सेना, निवेशक डिफेंस कॉरिडोर।
डिफेंस कॉरिडोर के आने से अलीगढ़ के पूरे उद्योग जगत को फायदा मिलेगा। रोजगार बढ़ेंगे और हर तबके के लोग जुड़ेंगे। बड़ा प्रोजेक्ट है और इसमें कार्य की अधिक संभावनाएं हैं। कुशल लोगों के लिए काम की कमी नहीं होगी। निवेशकों को जल्द ही कब्जा मिलने वाला है।
नवनीत वाष्र्णेय, निवेशक डिफेंस कॉरिडोर।