निर्माणाधीन जेपी इंटरनेशनल सेंटर से लाखों का सामान चोरी हो गया है। जगुआर कंपनी के 165 बाथरूम शावर पर चोरों ने हाथ साफ कर लिया है। इसके साथ-साथ 126 पीस सीपी एंगल वाल्व भी चोरी चले गए हैं। इस मामले में निजी कंपनी ने गोमती नगर थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।
जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय केंद्र से अब सामान भी चोरी होने लगा है। पहली एफआईआर दो दिन पहले दर्ज हुई है।कहा जा रहा है कि इसके अलावा भी बड़े पैमाने पर यहां बिजली व इलेक्ट्रॉनिक्स के उपकरण चोरी हो चुके हैं। जेपी इंटरनेशनल सेंटर के निर्माण पर 864 करोड रुपए खर्च हो चुका है। जबकि अभी भी काम पूरा कराने के लिए करीब 100 करोड रुपए की और जरूरत है। जिसके बाद काम पूरा हो पाएगा। करीब चार साल से निर्माण रुके होने की वजह से चोर यहां हाथ साफ कर रहे हैं। इसके निर्माण की जिम्मेदारी शालीमार कॉर्पस प्राइवेट लिमिटेड को दी गई थी। शालीमार ने मैकेनिकल इलेक्ट्रिकल एवं प्लंबिंग का कॉन्ट्रैक्ट गोदरेज एंड बॉयस मैन्युफैक्चरिंग लिमिटेड विक्रोली मुंबई को दी थी। जिसकी ब्रांच ऑफिस संजय कंपलेक्स आकाशवाणी भवन लखनऊ में है। कंपनी ने यहां लगाने के लिए सामान मंगा लिया था। जो जेपी इंटरनेशनल सेंटर के भूमिगत पार्किंग में अस्थाई बने स्टोर में रखा था।
कंपनी के अधिकारियों ने एफआई र के लिए दी तहरीर में लिखा है कि 16 जून 2021 को जब वह लोग लखनऊ आए थे तब ताला सुरक्षित मिला था। अंदर खोलकर देखा गया तो 165 बाथरूम शावर तथा 126 सीपी एंगल वाल्व गायब हैं। मामले की एफआईआर गोदरेज कंपनी के कपिल नायक ने दर्ज कराई है। अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज हुई है।
हर तरफ सुरक्षा गार्ड, फिर भी गायब हो गया लाखों का सामान
जो बाथरूम शावर गायब हुए हैं वह जगुआर कंपनी के थे। एक-एक बाथरूम शावर 40 से 50 हज़ार का था। यह सब डिब्बे में रखे हुए थे। डिब्बे सहित सारा सामान गायब है। यह तब है जब जेपी इंटरनेशनल सेंटर के सभी गेट पर सुरक्षाकर्मी तैनात रहते हैं। अंदर भी सुरक्षाकर्मी हैं। एलडीए के अधिशासी अभियंता आनंद मिश्रा ने बताया कि जो सामान चोरी हुआ है वह ठेकेदार का है। एलडीए से कोई मतलब नहीं है। संबंधित ठेकेदार के ही सुरक्षाकर्मी भी लगे हैं। एलडीए ने अभी इसे हैण्डओवर नहीं लिया है। इसलिए प्राधिकरण से कोई मतलब नहीं है।