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छोटे शेयरों ने दिया बड़ा रिटर्न, निवेशकों की पूंजी 31 लाख करोड़ रुपये बढ़ी

छोटे शेयरों ने चालू वित्त वर्ष में निवेशकों को अधिक रिटर्न दिया है। चालू वित्त वर्ष में अबतक स्मॉलकैप इंडेक्स 29.72 प्रतिशत चढ़ा है और इसका प्रदर्शन सेंसेक्स से बेहतर रहा है। चालू वित्त वर्ष के पहले चार माह में छोटी कंपनियों के शेयरों के प्रदर्शन के विश्लेषण से पता चलता है कि बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स 6,137.29 अंक या 29.72 प्रतिशत चढ़ा है। इस दौरान मिडकैप में 2,905.91 अंक या 14.39 प्रतिशत का उछाल आया है।

वहीं, इसकी तुलना में बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 3,077.69 अंक या 6.21 प्रतिशत चढ़ा है। मिडकैप इंडेक्स 23 जुलाई को अपने रिकॉर्ड उच्चस्तर 23,207.51 अंक पर पहुंच था। वहीं स्मॉलकैप 30 जुलाई को 26,895.93 अंक के अपने सर्वकालिक उच्चस्तर तक गया था। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 16 जुलाई को 53,290.81 अंक के अपने सर्वकालिक उच्चस्तर तक गया था।

12 कंपनियों ने आईपीओ से 27,000 करोड़ जुटाए

चालू वित्त वर्ष के पहले चार माह में 12 कंपनियों ने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के जरिये 27,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं। शेष बचे साल के लिए आईपीओ की पाइपलाइन काफी मजबूत है। इसके अलावा चार अन्य कंपनियों देवयानी इंटरनेशनल, विंडलास बायोटेक, कृष्णा डायग्नॉस्टिक्स तथा एक्सारो टाइल्स के आईपीओ चार अगस्त को खुलने जा रहे हैं।

सैंक्टम वेल्थ मैनेजमेंट के इक्विटी प्रमुख हेमांग कपासी ने कहा कि शेष साल में करीब 40 आईपीओ आ सकते हैं। इनसे 70,000 करोड़ रुपये जुटने की उम्मीद है। साथ ही बड़ी संख्या में खुदरा निवेशकों से जुड़े ब्रांड शेयर बाजारों में सूचीबद्ध होंगे। इन्वेस्ट 19 के संस्थापक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) कुशलेन्द्र सिंह सेंगर ने कहा, पेटीएम, मोबिक्विक, पॉलिसी बाजार, कारट्रेड टेक, दिल्लीवेरी और नायका के आईपीओ की वजह से वित्त वर्ष के दौरान निवेशक व्यस्त रहेंगे। उन्होंने कहा कि शेयर बाजारों में जबर्दस्त तेजी की वजह से कंपनियां आईपीओ मार्ग से धन जुटाने को प्राथमिकता दे रही हैं।

निवेशकों की पूंजी 31 लाख करोड़ रुपये बढ़ी

चालू वित्त वर्ष के पहले चार माह में शेयर बाजार के निवेशकों की पूंजी 31 लाख करोड़ रुपये से अधिक बढ़ी है। बाजार में सकारात्मक रुख के बीच पहले चार माह में निवेशकों की पूंजी में कुल मिलाकर 31,18,934.36 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई है। चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-जुलाई के दौरान बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 3,077.69 अंक या 6.21 प्रतिशत चढ़ा है। निवेशकों की सकारात्मक धारणा की वजह से बीएसई की सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 31,18,394.36 करोड़ रुपये बढ़ा है। 30 जुलाई को बाजार पूंजीकरण 2,35,49,748.90 करोड़ रुपये के अपने सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंचा।

विदेशी निवेशकों ने 6,105 करोड़ निकाले

विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने मौजूदा वित्त वर्ष में भारतीय पूंजी बाजारों से शुद्ध रूप से 6,105 करोड़ रुपये की निकासी की है। डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार, चालू वित्त वर्ष के पहले चार महीने में एफपीआई ने शेयरों से शुद्ध रूप से 6,707 करोड़ रुपये की निकासी की। इस दौरान उन्होंने ऋण या बांड बाजार में शुद्ध रूप से 602 करोड़ रुपये डाले। इस तरह उनकी शुद्ध निकासी 6,105 करोड़ रुपये रही है। आंकड़ों के पता चलता है कि विदेशी निवेशकों ने जून को छोड़कर वित्त वर्ष के सभी महीनों में बिकवाली की। जून में उन्होंने 13,269 करोड़ रुपये डाले। अप्रैल में उन्होंने 9,435 करोड़ रुपये निकाले थे। वहीं मई में उन्होंने 2,666 करोड़ रुपये तथा जुलाई में 7,273 करोड़ रुपये की निकासी की।