आगरा में ताजमहल पूर्वी गेट स्थित शिल्पग्राम से फतेहाबाद रोड, एमजी रोड पर भगवान टाकीज चौराहे तक सड़क के दोनों ओर के मकानों और दुकानों को सफेद रंग में रंगा जाएगा। गुरुवार को आगरा विकास प्राधिकरण (एडीए) ने पर्यटन उद्यमियों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के संचालकों के साथ सभागार में बैठक में यह तय किया।
भवन मालिकों को उठाना होगा खर्च
एडीए ने स्पष्ट किया कि इसका खर्च भवन मालिकों को उठाना होगा। उद्यमियों ने संजय प्लेस और वीआईपी रोड को भी इसमें शामिल करने का सुझाव दिया है। बैठक में एडीए उपाध्यक्ष डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने बताया कि 16 जुलाई को प्रदेश सरकार से निर्देश आए हैं, जिसमें ताजमहल पूर्वी गेट स्थित शिल्पग्राम से फतेहाबाद रोड होते हुए प्रतापपुरा, एमजी रोड पर भगवान टाकीज तक भवनों को ऑफ व्हाइट यानी सफेद रंग से रंगा जाएगा।
दुकानों के बाहर लगे साइनेज और बोर्ड कॉफी रंग के होंगे, जिस पर सफेद रंग से एक जैसे फॉन्ट में लिखावट होगी। हालांकि यह रंग रोगन लोगों और दुकानदारों को अपने खर्चे पर करना होगा। एडीए उपाध्यक्ष ने बताया कि जो भवन स्वामी, दुकान संचालक ऐसा नहीं करेगा, उसके प्रतिष्ठान, मकान का रंगरोगन एडीए करेगा और स्वामी से खर्च वसूला जाएगा।
तीन बार रंगा जा चुका है आगरा
आगरा में तीन बार दुकानों, मकानों को एक रंग में रंगने और एक जैसे साइनेज किए जा चुके हैं, लेकिन रूट हर बार अलग रहा। सबसे पहले साल 2004-05 में ताजमहल के 350 साल पूरे होने के मौके पर हुए कार्यक्रमों में यमुना किनारा रोड को गेरुए रंग में रंगा गया था।
2016 में ताजगंज की पूर्वी से पश्चिमी और दक्षिणी ओर की दुकानों, मकानों पर एक जैसे साइनेज और रेड स्टोन रंग कराया गया।
2020 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आगरा आने पर खेरिया हवाई अड्डे से ताजमहल पूर्वी गेट तक के भवनों को एक रंग में रंगा गया और एक जैसे साइनेज लगाए गए थे।
‘संजय प्लेस को भी एक रंग में रंगने का सुझाव’
संजय प्लेस कपड़ा मार्केट अध्यक्ष अशोक अरोड़ा ने सुझाव दिया कि संजय प्लेस को भी इस योजना में शामिल किया जाए। यहां बेतरतीब ढंग से होर्डिंग, साइनेज लगे हैं। एक रंग की इमारतों में एक साइनेज होंगे तो अच्छा लगेगा। होटल एसोसिएशन के महासचिव अवनीश शिरोमणि ने सदर बाजार, शहजादी मंडी में भी ऐसा करने को कहा ताकि जो पर्यटक सदर बाजार जाते हैं, उन्हें भी अच्छा महसूस हो।
‘पहले गड्ढे तो भरवा दें’
होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश चौहान ने कहा कि एक रंग, एक साइनेज का प्रस्ताव अच्छा है, लेकिन यह समय गलत है। होटल मालिक पौने दो साल से ताला लगाकर बैठे हैं। बिजली का बिल भरना मुश्किल है। पूरे शहर की सड़कों में गड्ढे हैं, पहले उन्हें भरवा दें। सड़कों पर चलते समय लोगों को पहले गड्ढे नजर आएंगे, दुकानों के रंग और और बोर्ड पर ध्यान ही कब जाएगा।
‘पर्यटन व्यवसाय ठप’
आगरा टूरिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रहलाद अग्रवाल ने कहा कि पर्यटन व्यवसाय ठप है, जब तक इंटरनेशनल फ्लाइट शुरू नहीं होती, तब तक यह खर्च उठाना हर किसी के बस की बात नहीं। पहले इंटरनेशनल फ्लाइट चलें, उसके तीन से चार महीने बाद कमाई होने पर लोग स्वत: ऐसा कर देंगे, पर अभी तो मुश्किल है। फतेहाबाद रोड पर पार्किंग की समस्या है, उसे भी दूर कराइये।
‘नहीं कराएंगे तो एडीए काम कराकर खर्च वसूलेगा’
एडीए उपाध्यक्ष डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने कहा कि एक रंग, एक साइनेज से एकरूपता और खूबसूरत दिखाई देने के साथ समानता रहेगी। सभी लोग तैयार हैं, लेकिन कुछ परेशानियां बताई हैं। हम कुछ समय उन्हें दे रहे हैं। इसके बाद फिर बैठक होगी। जो लोग ऐसा नहीं करेंगे, उनके दुकान, मकान का काम एडीए कराएगा और खर्चा संचालक से वसूला जाएगा।