फिट इंडिया कार्यक्रम के तहत स्कूलों को विभाग के पोर्टल पर अपना निबंधन (रजिस्ट्रेशन) कराना है लेकिन निबंधन कराने में कुछ स्कूल ‘अनफिट’ हो गये हैं। जिले के 900 स्कूलों ने अभी तक अपना रजिस्ट्रेशन ही नहीं कराया है। राज्य स्तर पर अधिकारियों ने इसपर अपनी नाराजगी जाहिर की है।
मात्र 94 स्कूलों ने कराया निबंधन
फिट इंडिया कार्यक्रम के तहत जिला के सभी मध्य विद्यालयों और हाईस्कूलों को अपना निबंधन फिट इंडिया के पोर्टल पर कराना था। लेकिन 994 स्कूलों में मात्र 94 स्कूलों ने ही अपना निबंधन कराया है। जबकि इसकी सूचना स्कूलों को 16 जुलाई को ही दे दी गई थी।
राज्य कार्यालय ने व्यक्त की नाराजगी
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सर्व शिक्षा अभियान देवनारायण पंडित ने सभी प्रखंड पदाधिकारियों को इसके लिए शो कॉज किया है और कहा है कि रजिस्ट्रेशन की एक-एक प्रति लगाते हुए प्रतिवेदन की मांग की गई थी लेकिन अबतक नहीं मिला है। इसलिए लगता है कि केंद्र द्वारा प्रायोजित कार्यक्रम में आपके द्वारा रुचि नहीं ली जा रही है। यह बेहद खेदजनक स्थिति है। इतना ही नहीं कम रजिस्ट्रेशन होने की स्थिति में राज्य कार्यालय द्वारा नाराजगी व्यक्त की जा रही है।
ऐसे में बच्चे प्रतियोगिता में नहीं हो सकेंगे शामिल
उन्होंने कहा कि अगस्त में ही फिट इंडिया के क्विज का आयोजन होना है। जिन स्कूलों का रजिस्ट्रेशन इस पोर्टल पर हुआ रहेगा। वहीं के छात्र-छात्रा इस प्रतियोगिता में भाग ले सकेंगे। लेकिन स्कूलों की लापरवाही से जिले के हजारों बच्चे इसमें शामिल होने से वंचित हो सकते हैं। इसलिए तीन दिनों के अंदर सभी लोग इसमें रजिस्ट्रेशन करा लें वर्ना स्कूल के प्रधानाध्यापकों पर यथोचित कार्रवाई की जायेगी।
बच्चों को स्वस्थ रखने का है प्रयास
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सर्व शिक्षा अभियान देवनारायण पंडित ने कहा कि बच्चों को फिट इंडिया कार्यक्रम के तहत कई तरह की गतिविधियों से जोड़ा जाता है। इसका उद्येश्य बच्चों को फिट रखना और जीवन में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता लाना है ताकि बच्चे फिट रहें। उनसे स्वास्थ्य संबंधित गतिविधियां करायी जाती हैं। इसके अलावा प्रशिक्षित किया जाता है और प्रतियोगिताएं करायी जाती हैं।भागलपुर के जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने कहा, ‘सभी स्कूल अपना निबंधन यथा शीघ्र कराकर इसकी सूचना विभाग में दें। अंतिम मौका दिया गया है। अगस्त में इसके लिए प्रतियोगिता होनी है। स्कूलों की लापरवाही से बच्चे प्रतियोगता में शामिल होने से वंचित हो जायेंगे।’