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Tokyo Olympics 2020: कौन हैं अदिति अशोक, जो ओलंपिक में इतिहास रचने से हैं चंद कदम दूर

टोक्यो में खेले जा रहे ओलंपिक खेलों के 15वें दिन भारत की गोल्फर अदिति अशोक मेडल के काफी करीब पहुंच गई हैं। चौथे और आखिरी राउंड में 16 होल के बाद अदिति स्कोर 15 अंडर पार के साथ संयुक्त रूप से तीसरे नंबर पर बनी हुई हैं। खराब मौसम के कारण अगर खेल दोबारा शुरू नहीं हो पाता है या अगर 72 होल पूरे नहीं हो पाते हैं तो 54 यानी कि तीन राउंड के प्रदर्शन के आधार पर ही मेडल का फैसला किया जाएगा। इस हिसाब से अदिति सिल्वर मेडल जीत लेंगी, क्योंकि तीसरे राउंड के खत्म होने के बाद वे दूसरे नंबर पर थीं।

बता दें कि 29 मार्च 1998 को बेंगलुरु में जन्मीं अदिति ने महज 5 साल की उम्र में गोल्फ खेलना शुरू कर दिया था। शुरुआत में उनके पिता उन्हें कर्नाटक गोल्फ एसोसिएशन ड्राइविंग रेंज ले जाया करते थे। हालांकि वे उस समय सुर्खियों में आईं, जब उन्होंने महज 13 साल की उम्र में ही 2011 में इंडियन ओपन प्रो चैम्पियनशिप में भारत की उस समय की शानदार गोल्फर स्मृति सिमी मेहरा को हराया था। इासके बाद अदिति ने 2013 में एशियन यूथ खेल और 2014 में यूथ ओलंपिक खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व किया था।उन्होंने इसके बाद मोरक्को में लल्ला आइचा टूर स्कूल का खिताब भी जीता था और साथ ही वह क्वालिफाइंग स्कूल जीतने वाली पहली भारतीय गोल्फर बनीं थी। अदिति ने बाद में फिर कतर लेडीज ओपन में जीत हासिल की और उस सीजन के ऑर्डर ऑफ मेरिट में उन्होंने दूसरा स्थान हासिल किया। 2016 में ‘रूकी ऑफ द ईयर’ का पुरस्कार अपने नाम करने वाली अदिति 2017 सीजन के लिए एलपीजीए टूर खिलाड़ी चुनी गईं।उन्होंने फिर लुईस सुग्स रोलेक्स ‘रूकी ऑफ द ईयर’ स्टैंडिंग में 8वां स्थान हासिल किया। गोल्फ में उनकी शानदार उपलब्धि के लिए पिछले साल उन्हें अर्जुन अवॉर्ड से नवाजा गया था। अदिति ने क्वालीफाइंग लिस्ट में 45वें स्थान पर रहते हुए टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालिफाई किया था। टोक्यो ओलंपिक अदिति का दूसरा ओलंपिक है। इससे पहले वह रियो ओलंपिक में भी भाग ले चुकी हैं। ​हालांकि वहां वे 41वें स्थान पर रही थीं।