कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने शनिवार को अपने नए मंत्रिमंडल के सदस्यों में विभागों का बंटवारा कर दिया, इनमें से अधिकतर मंत्रियों के पास उन्हीं विभागों की जिम्मेदारी है, जो पूर्ववर्ती बी एस येदियुरप्पा की सरकार में उनके पास थे। हालांकि, पार्टी सदस्य आनंद सिंह ने खुलकर विभागों के बंटवारे को लेकर अपना नाराजगी जाहिर की। इसपर सीएम बोम्मई ने कहा है कि सबको मनचाहा पोर्टफोलियो नहीं दिया जा सकता है।
बोम्मई सरकार के दो मंत्रियों आनंद सिंह और एम टी बी नागराज ने उन्हें दिए गए विभाग को लेकर खुले तौर पर अप्रसन्नता व्यक्त की। अपने मंत्रियों के बीच असंतोष पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वह व्यक्तिगत तौर पर उनसे बात करेंगे और मामले को सुलझाएंगे, क्योंकि हर किसी को वो विभाग नहीं मिल सकता जो वो चाहते हो।
बोम्मई ने कार्मिक एवं प्रशासनिक सुधार (डीएपीआर), वित्त, खुफिया, मंत्रिमंडल मामलों, बेंगलुरु विकास और सभी गैरआवंटित विभागों का काम अपने पास रखा है।
बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका के जल्द होने वाले चुनावों के मद्देनजर व्यापक रूप से यह उम्मीद की जा रही थी कि बेंगलुरु विकास विभाग का जिम्मा शहर के एक वरिष्ठ मंत्री को सौंपा जाएगा, लेकिन इस अहम विभाग के लिये कई दावेदारों को देखते हुए मुख्यमंत्री ने इसे अपने पास ही रखा है।
अधिकतर मंत्रियों के पास पिछली सरकार वाले विभाग ही हैं, जिनके मंत्रालय में बदलाव हुआ है उनमें गोविंद करजोल – जल संसाधन, सी सी पाटिल- लोक निर्माण, बी श्रीरामुलु- परिवहन और अनुसूचित जनजाति कल्याण, मुरुगेश निरानी- उद्योग शामिल हैं।कोविड-19 महामारी के बीच के सुधाकर स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग दिया गया है, जो पहले भी उनके पास था।
अपने विभाग को लेकर खुलेतौर पर नाखुशी जाहिर करने वाले एमटीबी नागराज और आनंद सिंह कांग्रेस-जद(एस) गठबंधन छोड़कर 2019 में भाजपा में शामिल हुए थे।
नागराज ने ट्वीट किया, ‘पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा और मौजूदा मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने अपना वादा नहीं निभाया। मैं मुझे दिए गए विभाग से खुश नहीं हूं। अगले 2-3 दिनों में इस बारे में फैसला लूंगा।’आनंद सिंह ने भी उन्हें मिले विभाग पर असंतोष व्यक्त किया। उन्हें पर्यावरण, परिस्थितिकी और पर्यटन विभाग दिया गया है। उन्होंने कहा कि वह इस संबंध में मुख्यमंत्री से मिलेंगे लेकिन ऐसे कोई कदम नहीं उठाएंगे जिससे पार्टी को शर्मिंदगी हो।
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