टोक्यो ओलंपिक में भारतीय एथलीट नीरज चोपड़ा ने इतिहास रच डाला है। नीरज ने जैवलिन थ्रो इवेंट में गोल्ड मेडल जीत भारत की ओर से ओलंपिक का पहला एथलेटिक्स मेडल जीता। अभिनव बिंद्रा के बाद ओलंपिक में इंडिविजुअल इवेंट में गोल्ड जीतने वाले नीरज महज दूसरे भारतीय हैं। पूरा देश नीरज को सलाम कर रहा है, इसके बाद से उनके ऊपर धनवर्षा भी जमकर हो रही है। नीरज को पंजाब और हरियाणा सरकार ने जहां क्रम से 2 करोड़ और 6 करोड़ रुपये देने का ऐलान किया, तो वहीं भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने नीरज चोपड़ा को 1 करोड़ रुपये देने की घोषणा की है। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की फ्रेंचाइजी टीम ने नीरज को 1 करोड़ रुपये देने के साथ-साथ एक और खास ऐलान भी किया है। सीएसके नीरज के सम्मान में कुछ ऐसा करने जा रही है, जिसके लिए फैन्स ने इस फ्रेंचाइजी टीम की जमकर तारीफ की है।
टोक्यो ओलंपिक में भारतीय एथलीट नीरज चोपड़ा ने इतिहास रच डाला है। नीरज ने जैवलिन थ्रो इवेंट में गोल्ड मेडल जीत भारत की ओर से ओलंपिक का पहला एथलेटिक्स मेडल जीता। अभिनव बिंद्रा के बाद ओलंपिक में इंडिविजुअल इवेंट में गोल्ड जीतने वाले नीरज महज दूसरे भारतीय हैं। पूरा देश नीरज को सलाम कर रहा है, इसके बाद से उनके ऊपर धनवर्षा भी जमकर हो रही है। नीरज को पंजाब और हरियाणा सरकार ने जहां क्रम से 2 करोड़ और 6 करोड़ रुपये देने का ऐलान किया, तो वहीं भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने नीरज चोपड़ा को 1 करोड़ रुपये देने की घोषणा की है। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की फ्रेंचाइजी टीम ने नीरज को 1 करोड़ रुपये देने के साथ-साथ एक और खास ऐलान भी किया है। सीएसके नीरज के सम्मान में कुछ ऐसा करने जा रही है, जिसके लिए फैन्स ने इस फ्रेंचाइजी टीम की जमकर तारीफ की है।सीएसके ने ऐलान किया है कि नीरज चोपड़ा के सम्मान में 8758 नंबर की एक खास जर्सी तैयार की जाएगी। नीरज ने 87.58 की दूरी पर जैवलिन फेंका था और इसी स्कोर के साथ उन्होंने गोल्ड मेडल अपने नाम किया है। सीएसके ने इसको लेकर आधिकारिक बयान जारी किया। सीएसके के इस कदम से फैन्स भी बहुत खुश हैं। कुछ फैन्स ने लिखा कि सीएसके ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वह क्यों बेस्ट फ्रेंचाइजी टीम है।हरियाणा में पानीपत के गांव खंडरा के रहने वाले नीरज ने बुधवार पहले ही प्रयास में सबसे अधिक 85.65 मीटर जैवलिन फेंक कर सीधे फाइनल में जगह बना ली थी। पूरे देश की निगाहें 7 अगस्त को होने वाले फाइनल पर टिकी हुई थीं। फाइनल में नीरज ने 87.58 मीटर दूर जैवलिन फेंककर भारत की मेडल की उम्मीद को और मजबूत कर दिया था। इसके बाद कोई भी उनसे ज्यादा दूरी पर जैवलिन नहीं फेंक सका। इस इवेंट में सिल्वर मेडल जीतने वाले चेक रिपब्लिक के जैकब वैदलेक ने 86.67 मीटर दूरी पर जैवलिन फेंका था।
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