सीमांचल और पूर्वी बिहार में नदियों का जलस्तर बढ़ता जा रहा है। अररिया में नूना नदी के उफनाने से आधा दर्जन गांवों में पानी फैल गया है तो कटिहार में गंगा नदी की बाढ़ से पांच पंचायतों के तीन दर्जन के अधिक गांव पानी से घिर गए हैं। खगड़िया में गंगा और बूढ़ी गंडक नदी में उफान जारी है।
सीमावर्ती क्षेत्र में हो रही मूसलाधार बारिश के कारण शनिवार की देर रात अररिया के सिकटी प्रखंड होकर बहने वाली नूना नदी उफनाई गई। इससे पड़रिया पंचायत के पड़रिया, सालगोड़ी, कचना, कठुआ व बांसबाडी गांव में पानी फैल गया। पड़रिया पंचायत के वार्ड एक, दो, तीन व छह की स्थिति काफी भयावह है। इस साल यहां आठवीं बार नूना नदी का पानी घुसा है। फुटानी चौक से झाला पलासी जाने वाली डोम सड़क व शालगोड़ी से कचना जाने वाली सड़क के कटने से आवाजाही बाधित है।
गंगा, कोसी, कारी कोसी , और बरंडी नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर
सिकटी सीओ वीरेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि बाढ़ पर उनकी पैनी नजर है। वहीं कटिहार जिले में महानंदा नदी को छोड़कर शेष सभी नदियों का जल स्तर में वृद्धि हो रही है। गंगा, कोसी, कारी कोसी , और बरंडी नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है। मनिहारी, बरारी, कुरसेला और अमदाबाद प्रखंड के तीन दर्जन से अधिक गांव में बाढ़ जैसे हालात हैं। बरारी प्रखंड में नदी का जलस्तर बढ़ने से प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क पानी में बह गयी है। हालांकि विभागीय अभियंताओं का दावा है कि 4 घंटे के अंदर संबंधित सड़क की मरम्मत कर ली जाएगी। वहीं मनिहारी प्रखंड में गंगा नदी के उफनाने से धुरियाही पंचायत के छह वार्डो में पानी फैल गया है। मुंगेर में रविवार को गंगा का जलस्तर हर घंटे पर एक सेंटीमीटर बढ़ रहा था। रविवार को गंगा का जलस्तर 38.97 मीटर तक पहुंच चुका था।
बाढ़ की स्थिति काफी भयावह
केंद्रीय जल आयोग के ग्रेड टू पदाधिकारी सुरेश चौधरी ने बताया कि सोमवार की शाम या मंगलवार की सुबह तक मुंगेर में गंगा डेंजर लेवल को पार कर जायेगी। रविवार की शाम गंगा खतरे निशान से महज 36 सेंटीमीटर नीचे बह रही थी। खगड़िया जिले में गंगा और बूढ़ी गंडक नदी में उफान जारी है। कोसी और बागमती नदी के जलस्तर में कमी आ रही है। गंगा के जलस्तर में पिछले 24 घंटे में 19 व बूढ़ी गंडक में 13 सेंटीमीटर की वृद्धि दर्ज की गई है। फ़िलहाल दोनों नदियां लाल निशान से नीचे हैं। वही बागमती 1.98 और कोसी 1.11 मीटर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। वहीं भागलपुर में गंगा नदी में पानी बढ़ने से सुल्तानगंज की गनगनियां पंचायत के वार्ड 8, 6 महादलित टोला सहित वार्ड 3 एवं 4 चारों ओर पानी घिरने लगा है। कहलगांव के चौर और निचले क्षेत्रों में भी बाढ़ का पानी तेजी से प्रवेश करने लगा है। नारायणपुर प्रखंड के शहजादपुर, बैकंठपुर दुधैला पंचायत के कई गांव, रायपुर का तेलडीहा, जयपुर चूहर पश्चिम के चौहद्दी दियारा व सिहपुर पश्चिम के गनौल गांव में दर्जनों घर बाढ़ का पानी से घिरने लगा है। खरीक प्रखंड में कोसी नदी के जलस्तर में वृद्धि के साथ ही लोकमानपुर एवं सिहकुंड में बाढ़ की स्थिति काफी भयावह हो गई है ।
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