भारत के स्टार पहलवान बजरंग पूनिया ने जापान की राजधानी टोक्यो में खेले जा रहे ओलंपिक खेलों में भारत की झोली में एक और ब्रॉन्ज मेडल डाल दिया है। भारतीय पहलवान ने 65 क्रिगा फ्रीस्टाइल वर्ग में खेले गए ब्रॉन्ज मुकाबले में कजाखस्तान के दौलेत नियाजबेकोव को एकतरफा अंदाज में 8-0 से हराकर भारत को टोक्यो ओलंपिक में छठा मेडल दिलाया। इससे पहले बजरंग को अपने सेमीफाइनल मैच में तीन बार के विश्व चैंपियन हाजी अलीएव के हाथों 5-12 से हार झेलनी पड़ी थी। बजरंग ने कुश्ती में भारत को दूसरा मेडल दिलाया है, उनसे पहले रवि दहिया ने फाइनल तक का सफर तय करते हुए सिल्वर मेडल अपने नाम किया था। बजरंग की इस ऐतिहासिक जीत के तुंरत बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहलवान को बधाई दी है। वहीं, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा, ‘ भारतीय कुश्ती के लिए एक खास पल। बजरंग पूनिया को टोक्यो 2020 में कांस्य पदक जीतने पर बधाई। आपने वर्षों से अथक प्रयासों, निरंतरता और मेहनत के साथ खुद को एक उत्कृष्ट पहलवान के रूप में स्थापित किया है। आपकी सफलता की खुशी हर भारतीय साझा करता है।’ बजरंग दौलत पर मैच की शुरुआत से ही हावी नजर आए और उनको वापसी करने का कोई मौका नहीं दिया। भारतीय पहलवान ने दौलत को पूरे मैच में एक भी प्वॉइंट हासिल नहीं करने दिया और मुकाबले को 8-0 से अपने नाम किया। बजरंग पूनिया भारत के उन खिलाड़ियों में से एक थे जिनसे देश को ओलंपिक खेलों में गोल्ड मेडल की उम्मीद थी। भारतीय रेसलर ने टोक्यो ओलंपिक में धमाकेदार आगाज किया था और अपने क्वार्टर फाइनल मुकाबले में ईरान के दमदार पहलवान मुर्तजा गियासी को पटखनी देकर सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की की थी। हालांकि, सेमीफाइनल में बजरंग की लेग- डिफेंस कमजोरी का भरपूर फायदा हाजी अलीएव ने उठाया और मैच को एकतरफा कर दिया था। टोक्यो ओलंपिक में यह भारत का चौथा ब्रॉन्ज मेडल है।
new ad