प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विदेशी कंपनियों पर लगाए जाने वाले रेट्रोस्पेक्टिव टैक्स को अतीत की गलती बताया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि रेट्रोस्पेक्टिव टैक्स खत्म होने से निवेशकों का भरोसा मजबूत होगा। आपको बता दें कि हाल ही में केंद्र सरकार ने कहा है कि विदेशी कंपनियों से पिछली तारीख से कोई रेट्रोस्पेक्टिव टैक्स मांग नहीं की जाएगी।
जीएसटी लागू करने की नहीं थी हिम्मत: पीएम नरेंद्र मोदी ने भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) की वार्षिक बैठक को संबोधित करते हुए जीएसटी कानून पर भी बात की। पीएम ने कहा कि आज देश में वो सरकार है जो राष्ट्र हित में बड़े से बड़ा रिस्क उठाने के लिए तैयार है। जीएसटी तो इतने सालों तक अटका ही इसलिए क्योंकि जो पहले सरकार में थे, वो पॉलिटिकल रिस्क लेने की हिम्मत नहीं जुटा पाए। हमने न सिर्फ जीएसटी लागू किया बल्कि आज रिकॉर्ड जीएसटी कलेक्शन भी होते देख रहे हैं।
विदेशी निवेश पर थी आशंका: पीएम मोदी ने कहा कि आज का नया भारत नई दुनिया के साथ चलने के लिए तैयार है। जो भारत कभी विदेशी निवेश से आशंकित था, आज वो हर प्रकार के निवेश का स्वागत कर रहा है। आज स्थिति तेजी से बदल रही है। पीएम मोदी ने बताया कि आज देशवासियों की भावना भारत में बने उत्पादों के साथ है। आज हर भारतीय भारत में बने उत्पादों को अपनाना चाहता है।
पीएम ने कहा कि उद्योग पर देश के विश्वास का ही नतीजा है कि आज ईज ऑफ डुईंग बिजनेस बढ़ रहा है, और ईज ऑफ लिविंग में इजाफा हो रहा है। कंपनी अधिनियम में किए गए बदलाव इसका बहुत बड़ा उदाहरण हैं।
ब्रांड इंडिया को आगे बढ़ाना है: पीएम मोदी ने कहा, ‘‘हमें आपकी (उद्योग) भागीदारी के साथ ब्रांड इंडिया को आगे बढ़ाना है, मैं आपके लिये हमेशा खड़ा रहा हूं और खड़ा रहूंगा।’’ उन्होंने कहा कि देश में आज हर क्षेत्र में आत्मविश्वास बढ़ रहा है। स्टार्टअप देश की पहचान बन रहे हैं और आज देश में 60 ‘यूनिकार्न’ हैं। इनमें से 21 तो पिछले कुछ माह के दौरान ही इस स्तर पर पहुंचे हैं। मोदी ने कहा कि भारत में आर्थिक वृद्धि को गति देने के शानदार अवसर हैं और उद्योग जगत को इसका लाभ उठाना चाहिए।
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