बाहुबली मुख्तार अंसारी के उन करीबियों पर फिर कार्रवाई की कवायद तेज हो गई जिनके खिलाफ आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। गैंगस्टर लग चुका है और अभी तक उनकी सम्पत्ति कुर्क नहीं की जा सकी है। पुलिस अफसरों ने मुख्तार के इन करीबियों का ब्योरा नये सिरे से तैयार करवाना शुरू कर दिया है। इस बार यह भी ब्योरा लिया जा रहा है कि इनमें किसके परिवार में कितने शस्त्र लाइसेंस है। पिछले साल तत्कालीन पुलिस कमिश्नर सुजीत पाण्डेय ने मुख्तार के करीबियों पर कार्रवाई के लिये अभियान चलाया था। एक साथ 42 टीमों ने लखनऊ में कई जगह दबिश दी थी। इसमें मुख्तार के करीबी अतीक, अभिषेक सिंह उर्फ बाबू समेत कई लोग पकड़े गये थे। इनमें से कई के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत भी कार्रवाई की गई थी। इसके बाद आगे की कार्रवाई रुक गई थी। अब मुख्तार के कई करीबियों का नाम बाराबंकी के एम्बुलेंस प्रकरण में आने के बाद कमिश्नरेट पुलिस फिर हरकत में आ गई है। जेल गये शाहिद, शूटर अमित राय और पीके सिंह समेत कई लोगों की सम्पत्ति का ब्योरा तैयार हो रहा है। इतना ही नहीं इसके लिये मऊ, गाजीपुर पुलिस से भी मुख्तार गिरोह के सूचीबद्ध अपराधियों का ब्योरा मांगा है। ये अपराधी लखनऊ में अपना ठिकाना बनाये हुये थे।