राप्ती-रोहिन, सरयू, गोर्रा और आमी नदी का पानी रविवार को कम होने लगा। हालांकि बाढ़ का कहर जारी है। जिलाधिकारी विजय किरण आनंद ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का निरीक्षण किया। उन्होंने कौड़ीराम क्षेत्र में बंधों का हाल देखा और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया। इस दौरान जिलाधिकारी ने पशु चिकित्साधिकारी कौड़ीराम समेत दो को कारण बताओ नोटिस जारी किया।
रविवार को राप्ती, रोहिन, सरयू और गोर्रा नदी का पानी रविवार को कम होने लगा था। हालांकि नदियों का पानी आस-पास के गावों में फैला हुआ है। लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पिछले कुछ दिनों से खतरे का निशान पार कर बह रही रोहिन नदी का पानी खतरे के निशान से नीचे उतर गया। हालांकि राप्ती और सरयू नदी खतरे के निशान के ऊपर बह रही है। जिलाधिकारी विजय किरण आनंद ने कौड़ीराम इलाके में भ्रमण किया।
उन्होंने कनइल-मझगांवा और मलौनी बांध देखा। इस दौरान शिकायत मिलने पर जिलाधिकारी ने पशु चिकित्साधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया। उन्होंने एक चिकित्सक को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
113 गांव बाढ़ से प्रभावित : राप्ती, रोहिन, सरयू और गोर्रा नदी के पानी से जिले के 113 गांव प्रभावित हो गए हैं।इन गांवों में पानी फैल गया है।ग्रामीणों को काफी दिक्कत हो रही है। बड़ी संख्या में ग्रामीण अपने पशुओं को लेकर बंधों पर आ गए हैं।