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हमले के 24 घंटे बाद बोला अमेरिका, काबुल में हुआ था एक ही फिदायीन हमला, दूसरा धमाका नहीं

काबुल में हुए धमाकों पर शुक्रवार को अमेरिका ने फिर से बयान जारी किया है। इस बयान में बताया गया है कि गुरुवार को एक सुसाइड बॉम्बर ने एयरपोर्ट के गेट पर धमाका किया था। इसके मुताबिक होटल के करीब दूसरा धमाका नहीं हुआ था। गौरतलब है कि काबुल एयरपोर्ट पर हुए हमले में 13 अमेरिकी सैनिकों और 79 अफगानों की जान चली गई थी। बाद में इस्लामिक स्टेट ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी। गौरतलब है कि इस्लामिक स्टेट का अफगान सहयोगी आईएसआईएस-खोरासन तालिबान और पश्चिम दोनों के दुश्मन के तौर पर उभरा है। 

फरवरी 2020 के बाद पहला बड़ा हमला
फरवरी 2020 के बाद यह अफगानिस्तान में हुआ यह पहला हमला है, जिसमें अमेरिकी सैनिकों की जान गई है। वहीं इस दशक में अमेरिकी सेना पर हुआ सबसे बड़ा हमला है। इससे पहले अमेरिका के सेंट्रल कमांड के मुखिया अमेरिकी जनरल फ्रैंक मेकेंजी ने गुरुवार को कहा था कि दो आत्मघाती हमलावरों ने हमले को अंजाम दिया था। इसमें पहला हमला एयरपोर्ट गेट पर जबकि दूसरा बैरन होटल के करीब होने की बात कही गई थी। वहीं शुक्रवार को आर्मी मेजर जनरल विलियम टेलर ने कहा कि हमें यकीन है कि दूसरा बम धमाका नहीं हुआ था। यहां केवल एक ही आत्मघाती हमला हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि हमले में घायल अमेरिकी जवानों का जर्मनी में इलाज किया जा रहा है। भविष्य में और हमलों का खतरा
विलियम टेलर ने कहा कि पिछले 24 घंटे में करीब 300 अमेरिकी नागरियों को यहां से निकाला जा चुका है। इस तरह यहां से करीब 5100 लोगों को अभी तक निकाला जा चुका है। इस दौरान पेंटागन के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने पत्रकारों को बताया कि अमेरिका को इस बात का पूरा यकीन है कि हवाई अड्डे पर अभी भी हमलों का पूरा खतरा है। हम भविष्य में किसी भी तरह के हमलों को लेकर तैयार हैं। किर्बी ने आगे कहा कि हम सभी तरह के खतरों की मॉनीटरिंग कर रहे हैं। अमेरिकी अधिकारियों ने यह भी कहा कि हवाई अड्डे पर रॉकेट से या कार बम से हमला हो सकता है।