कुशीनगर के एक मान्यता प्राप्त मदरसे में अवैध शराब बनाने की फैक्ट्री पकड़े जाने के मामले में उ.प्र.मदरसा शिक्षा परिषद की ओर से मदरसा प्रबंधक को नोटिस जारी किया गया है। परिषद के रजिस्ट्रार आर.पी.सिंह ने बताया कि मदरसा प्रबंधक से स्पष्टीकरण मांगा गया है। अगर उनका जवाब संतोषजनक नहीं मिला तो मदरसा प्रबंधन के खिलाफ परिषद के नियमों के तहत अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
बताते चलें कि कुशीनगर के रामकोला थाना क्षेत्र के ग्राम सपहा अंसारी टोला स्थित इरशादुल अरबिया मदरसे में बीते बुधवार को अवैध शराब बनाने की फैक्ट्री पकड़ी गयी थी। पुलिस की क्राइम ब्रांच और आबकारी विभाग की संयुक्त टीम की इस कार्रवाई में मौके से 120 लीटर स्प्रिट, टैग, रैपर, ढक्कन और खाली बोतलों की बरामदगी हुई थी। इस मामले में मौके से पांच लोगों को गिरफ्तार भी किया गया था।
परिषद के रजिस्ट्रार ने बताया कि कुशीनगर के कुछ और मदरसों में पिछले कुछ वर्षों के दौरान हुई अनियमितताओं की भी जांच करवाई जा रही है। ऐसे ही एक मामले में 24 मदरसों की मान्यता निरस्त होने के बाद उन्हें फिर से मदरसा पोर्टल पर डाल कर शिक्षकों व शिक्षणेत्तर कर्मियों के मानदेय की उगाही की गई। इस मामले में पिछले साल 17 सितम्बर को तत्कालीन जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी देवेन्द्र राम और लिपिक ईश मोहम्मद निलंबित किये जा चुके हैं। इसके अलावा जिले में 100 ऐसे भी मदरसे हैं जो जांच में अस्तित्व में ही नहीं पाये और न ही उनकी मान्यता निरस्त की गई। कुशीनगर के ही नदवा विशुनपुर इलाके के मदरसा सैयदिया हुसैनुल के प्रबंधक द्वारा फर्जी दस्तावेजों पर शिक्षकों व शिक्षणेत्तर कर्मियों की नियुक्ति किये जाने के मामले की भी जांच करवाई जा रही है।