बाराबंकी नगर कोतवाली क्षेत्र के नारे पुरवा गांव के पास शनिवार की देर शाम गला रेत कर एक अधिवक्ता की हत्या कर दी गई। रविवार की भोर घटना की जानकारी होने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। घटनास्थल पर ही मृतक का मोबाइल, हेलमेट और बाइक पड़े मिले। घटनास्थल पर पहुंचे एसपी ने मामले की छानबीन की और हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए तीन टीमें गठित की।नगर कोतवाली क्षेत्र में हाईवे के किनारे नारे पुरवा गांव के पास पोल्ट्री फार्म के पीछे रविवार की भोर एक युवक का शव मिला। पास ही मोबाइल फोन, हेलमेट और बाइक भी पड़ी थी। उधर से गुजरे ग्राम प्रधान ने युवक का शव देखकर कोतवाली में सूचना दी। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी। मृतक की पहचान कुलदीप रावत निवासी ग्राम छेद्दा पुरवा थाना सफदरगंज के रूप में की गई। मृतक पेशे से अधिवक्ता था। अधिवक्ता की गला रेत कर हत्या की गई थी। उसके गले पर धारदार औजार से रेते जाने का निशान था और कान से खून बह रहा था। घटनास्थल पर सीओ, एडिशनल एसपी उत्तरी और पुलिस अधीक्षक भी पहुंचे और मामले की पड़ताल की।
पत्नी ने दी थी गुमशुदगी की तहरीर: कुलदीप रावत पेशे से अधिवक्ता था जबकि उसकी पत्नी रीता नाका पैसार क्षेत्र में ब्यूटी पार्लर संचालित करती हैं। शनिवार की रात 9:00 बजे पार्लर बंद होने के बाद कुलदीप और उसकी पत्नी अपने गांव पहुंचते थे। शनिवार की रात 9:30 बजे तक जब कुलदीप पार्लर नहीं पहुंचा तो पत्नी रीता ने उसे फोन करना शुरू किया लेकिन कुलदीप फोन रिसीव नहीं कर रहा था। इस पर रीता ने अपने ससुराल में फोन कर बताया कि कुलदीप ने बताया था कि वह किसी क्लाइंट से मिलने जा रहा है लेकिन वह अभी तक पार्लर पर नहीं आए हैं और ना ही फोन रिसीव कर रहा है। इस सूचना पर परिवारीजन पार्लर पहुंच गए। रीता ने कुलदीप के सीनियर वकील अंजनी तिवारी को भी मामले की जानकारी दी। जिस पर अधिवक्ता अंजनी तिवारी भी ब्यूटी पार्लर पहुंच गए। सभी लोगों ने मिलकर कुलदीप की तलाश शुरू की लेकिन कुलदीप नहीं खोजा जा सका।
भोर 2:30 बजे दी तहरीर: कुलदीप के ना मिलने पर रविवार भोर करीब 2:30 बजे अधिवक्ता अंजनी तिवारी कुलदीप के परिजनों के साथ नगर कोतवाली पहुंचे। रीता ने पति कुलदीप की गुमशुदगी की तहरीर दी।
बाइक के नंबर से हुई कुलदीप की पहचान: रविवार की भोर करीब 5:00 बजे प्रधान की सूचना पर पहुंची पुलिस ने बाइक के नंबर से उसके मालिक की तलाश शुरू की। बाइक की आरसी में रीता नाम लिखा था। इस पर कोतवाल अमर सिंह ने कोतवाली में जानकारी की। दीवान ने बताया कि रीता नाम की महिला ने ही गुमशुदगी की तहरीर दी है। जिससे मृतक की पहचान हो सकी। घटनास्थल पर मृतक के परिजन भी पहुंच गए थे।
बनाई गई तीन टीमें: अधिवक्ता कुलदीप की हत्या का कारण अभी स्पष्ट नहीं है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस अधीक्षक यमुना प्रसाद ने बताया कि हत्यारों की पकड़ के लिए तीन टीमें गठित की गई हैं। जल्द ही हत्यारों की गिरफ्तारी होगी।