पंजाब नेशनल बैंक की सहायक प्रबंधक श्रद्धा गुप्ता (32) ने फांसी लगाकर जान दे दी। उनका शव शनिवार को उनके कमरे में फंदे से लटका मिला। राजाजीपुरम, लखनऊ निवासी श्रद्धा ने सुसाइड नोट में पूर्व एसएसपी आशीष तिवारी समेत 4 लोगों को अपनी मौत का जिम्मेदार बताया है। पिता राजकुमार गुप्ता की तहरीर पर तीनों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया गया है। परिजनों ने देर रात पोस्टमार्टम के बाद सरयू के रामघाट पर श्रद्धा का अंतिम संस्कार कर दिया।
श्रद्धा ने 2015 में ख्वासपुरा स्थित पीएनबी की शाखा बतौर क्लर्क ज्वाइन किया था। प्रमोशन के बाद श्रद्धा को बछड़ा सुलतानपुर स्थित बैंक की मुख्य की शाखा में असिस्टेंट मैनेजर के पद पर भेजा गया था। उसने बैंक के सामने विष्णु एंड कंपनी बिल्डिंग में किराए पर कमरा ले रखा था। श्रद्धा यहां शुरू से ही अकेली रहती थी। चार भाई बहनों में श्रद्धा दूसरे नंबर पर थी। शनिवार की सुबह जब दूध वाले ने श्रद्धा के कमरे का दरवाजा खटखटाया। कोई भी आवाज न आने पर उसने मकान मालिक को सूचित किया। मकान मालिक ने भी काफी देर तक प्रयास किया जब दरवाजा नहीं खोला गया तो साइड की खिड़की से झांका तो देखा कि श्रद्धा दुपट्टे के सहारे फंदे पर लटकी हुई थी। उसने इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची अलीगढ़ चौकी की पुलिस ने परिवारीजनों को सूचित किया।
वहीं, मौके पर पुलिस को पापा-मम्मी को संबोधित अंग्रेजी में लिखा एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ। जिसमें उसने राजेश, विवेक गुप्ता, अनिल रावत (पुलिस फैजाबाद) व आशीष तिवारी (एसएसएफ हेड लखनऊ) को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया। इनमें आशीष तिवारी पूर्व में अयोध्या जनपद के एसएसपी रहे हैं। एसएसपी अयोध्या शैलेष पांडेय ने घटनास्थल का मुआयना किया, उन्होंने बताया कि सुसाइड नोट को जांच के लिए फोरेंसिक विभाग के पास भेजा जा रहा है। जांच के बाद व परिवारीजनों से पूछताछ के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
इंगेजमेंट टूटने के बाद से अवसाद में थी श्रद्घा
जानकारी के अनुसार मृतका श्रद्घा की शादी राजेश गुप्ता नामक युवक से तय हुई, दोनों की सगाई भी हो चुुुकी थी लेकिन बाद में किसी कारणवश यह शादी टूट गई थी। इसको लेकर वह अवसाद में रहती थी। वहीं, पुलिस के अनुसार दोनों की शादी टूटने के बाद कोई शिकायत पुलिस तक नहीं पहुंची थी, न ही इसको लेकर दोनों में कोई पूर्व एसएसपी से मिला था।
सुसाइड नोट में एक पुलिस फैजाबाद अनिल रावत का भी नाम लिया गया है। पुलिस ने इस नाम को ट्रेस करवाया तो इस नाम का कोई पुलिसकर्मी जिले में तैनात नहीं पाया गया। फिलहाल पुलिस ने मृतका का मोबाइल नंबर कब्जे में लिया है। फोन का लॉक नंबर की जानकारी न होने के कारण फोन का लॉक खोलने के लिए विशेषज्ञ के पास भेजा गया है।
पुलिस के अनुसार परिजनों ने भी पूछताछ में बताया कि श्रद्घा खुशमिजाज लड़की थी और काम को मन लगाकर करती थी। शादी टूटने का कारण आपसी सहमति न बन पाना बताया और कहा कि इसमें दोनों की सहमति थी। फिलहाल पुलिस हर पहलू को ध्यान में रखकर जांच कर रही है।