कानपुर में 21 सितंबर को कल्याणपुर के गुलमोहर अपार्टमेंट में पीए (पर्सनल असिस्टेंट) को दुष्कर्म के बाद 10वीं मंजिल से फेंकने के आरोपी मॉडल डेयरी के संचालक प्रीतक वैश्य की करतूतें पुलिस के सामने आ रही हैं। वह इससे पहले भी कई युवतियों को पीए बना चुका था और उनके साथ भी गलत हरकतें की थीं।
उसकी इसी हरकतों के चलते करीब सात माह में 8 युवतियों ने नौकरी छोड़ी दी थी। इस बात का खुलासा गुरुवार को एडिशनल सीपी की जांच में हुआ। पुलिस डेयरी संचालक को जल्द से जल्द सख्त सजा दिलाने के लिए सभी पीड़िताओं को तलाशेगी। जरूरत पड़ने पर उनका अलग से मुकदमा भी दर्ज किया जाएगा।
गुरुवार को एडिशनल सीपी आनंद प्रकाश तिवारी पहले कल्याणपुर थाने पहुंचे। थाने में वह करीब पौन घंटे रहे। यहां उन्होंने प्रतीक की डेयरी में काम करने वाले करीब आधा दर्जन कर्मचारियों से बंद कमरे में पूछताछ की। सूत्रों के अनुसार कुछ कर्मचारियों ने अधिकारी के सामने प्रतीक के काले चिट्ठे खोले।
जांच में सामने आया कि प्रतीक युवतियों की तनख्वाह उनके हुनर के आधार पर नहीं, बल्कि उनकी उम्र के आधार पर निर्धारित करता था। युवती जितनी कम उम्र की होती थी, उसे उतनी ज्यादा तनख्वाह दी जाती थी। शुरुआत में ज्यादा तनख्वाह की लालच में युवतियां पीए बनने के लिए तैयार हो जाती थीं, लेकिन जैसे ही उन्हें प्रतीक की नीयत का पता चलता था, तो युवतियां नौकरी छोड़ देती थीं।
इसके बाद अधिकारी ने अपार्टमेंट में रहने वाले करीब 22 लोगों से पूछताछ की। सूत्रों के अनुसार लोगों ने उन्हें बताया कि प्रतीक रात को अक्सर नशे में अपार्टमेंट में रहने वाली युवतियों से भी अभद्रता करता था। इसलिए, रात के वक्त महिलाएं कॉमन एरिया में डिनर के बाद टहलने से भी कतराती थीं।
एडिशनल सीपी आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि डेयरी संचालक के कर्मचारियों और अपार्टमेंट में रहने वाले लोगों के बयान दर्ज कर साक्ष्य जुटाए गए हैं। केस में इन्हें शामिल किया जाएगा, जिससे आरोपी को सख्त सजा दिलाई जा सके।