देश में अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव और राजस्थान में जारी सियासी सरगर्मियों के बीच कांग्रेस कुछ बड़े बदलावों पर विचार कर रही है। इसे लेकर जल्द ही पार्टी आलाकमान की ओर से एलान होने की संभावना है। बताया गया है कि इस सिलसिले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शुक्रवार को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और सचिन पायलट को दिल्ली बुलाया।
सचिन पायलट दोपहर करीब 12 बजे सोनिया गांधी से मिले। बैठक के बाद उन्होंने कहा, “अब राजस्थान चुनाव में दो से भी कम साल बचे हैं। इसलिए हम संगठन को मजबूत करना चाहते हैं। 2023 में हमारा राजस्थान में सरकार बनाना जरूरी है। पार्टी आगे अनुभव, विश्वसनीयता, क्षेत्रीय संतुलन और जातीय गणना को ध्यान में रखकर फैसले लेगी।” उन्होंने आगे कहा, “यह अच्छी बात है कि सोनिया जी लगातार प्रतिक्रिया ले रही हैं कि क्या किया जाना चाहिए और क्या नहीं। एआईसीसी के प्रभारी सचिव अजय माकन जल्द ही राजस्थान को लेकर जरूरी फैसलों का एलान करेंगे।”
गौरतलब है कि राजस्थान में बड़े फेरबदल की पिछले कई दिनों से चर्चा है। एक दिन पहले ही राजस्थान सीएम अशोक गहलोत ने सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। अब कांग्रेस अध्यक्ष ने राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को मिलने के लिए बुलाया है। इस बैठक में राजस्थान के राजनीतिक घटनाक्रम पर चर्चा के साथ कैबिनेट में बदलावों को लेकर बात हो सकती है।
तीन साल से नहीं हुआ गहलोत मंत्रिमंडल में बदलाव
माना जा रहा है कि जल्द ही राजस्थान में मंत्रिमंडल विस्तार और फेरबदल पर भी निर्णय लिया जाएगा। इसी साल 17 दिसंबर को गहलोत सरकार के तीन साल पूरे हो रहे हैं। इन तीन वर्षों में पार्टी की खींचतान के कारण कोई फेरबदल नहीं हो पाया है। इससे विधायकों का एक गुट नाराज भी रहा है। ऐसे में कांग्रेस इस अंदरूनी कलह को खत्म करने के लिए पायलट समर्थित विधायकों को कैबिनेट में जगह देना चाहेगी।
बघेल भी करेंगे सोनिया से मुलाकात
उत्तर प्रदेश कांग्रेस समिति (यूपीसीसी) के वरिष्ठ प्रेक्षक भूपेश बघेल अगले साल होने वाले यूपी चुनाव के लिए सोनिया गांधी से बात करेंगे। उन्होंने शुक्रवार सुबह ही 10 जनपथ पहुंचकर सबसे पहले कांग्रेस महासचिव और यूपी में पार्टी का चेहरा बनकर उभरीं प्रियंका गांधी वाड्रा से मुलाकात की। इसके बाद वे सोनिया गांधी से भी मिलेंगे।