लखनऊ : आजादी के अमृतकाल में गोमतीनगर के विराम-5 के वरिठ्जनो ने 74वें गणतत्र दिवस पर बड़े उत्साह के साथ झंडा फहराया। इस अवसर जनकल्याण महासमिति के अध्यक्ष व पर्यावरणविद डॉ भरत राज सिंह आदि ने गणतंत्र दिवस पर जी-20 की अध्यक्षता से भारत को दुनिया पर मिले सम्मान तथा भारत के प्रथम राष्ट्रपति, डा. राजेन्द्र प्रसाद द्वारा दिये गये संदेश कि सफल ग़णतंत्र में सहिष्णुता की भावना व सद्बुद्धि का प्रयास अलोकित होने को याद किया गया। देश विश्व में पांचवीं अर्थव्यवस्था के पायदान पर पहुंच चुका है और रक्षा, खाद्यान, चिकित्सा तथा अंतरिक्ष के क्षेत्र में एक बडी चलांग लगा चुका पर सभी ने हर्ष व्यक्त किया।
राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू द्वारा वेदिक मंत्र “आ नो भद्राः क्रतवो यंतु विश्वतः” अच्छे विचारों को चारो तरफ आने दे। यह एक अपने सम्विधान की मूलमंत्र व महानता प्रदर्शित करता है। सभी ने स्वच्छता, सहिषुणता व सादगी से राष्ट्र की सेवा में बढ़-चढ़कर भाग लेने व देश को नयी दिशा देने का संकल्प दिलाया। इस अवसर पर डा. भरत राज सिह के साथ-साथ ग़ोरख प्रसाद निषाद, पूर्व पशुधन-मंन्त्री, उमेश चंद तिवारी, सेवानिवृत्त आई.ए.एस, राकेश जैटली, आनद प्रकाश, एस.बी.एल. मेहरोत्रा, सेठ एस.एन. टंडन पूर्व-जज, राकेश निषाद आदि उपस्थित रहे।