मुरादाबाद स्थित स्टार्टअप अगले 2 वर्षों में पूरे भारत में स्मार्ट पार्किंग उपलब्ध कराने की योजना बना रहा
लखनऊ : स्मार्ट पार्किंग स्टार्ट अप- पार्कमेट ने लखनऊ नगर निगम की मदद से यूपी सरकार की पहली फास्टैग सक्षम स्मार्ट पार्किंग की सफलता पूर्वक शुभारंभ किया है।मुरादाबाद स्थित स्टार्टअप के पास आगामी वर्षों में उत्तरप्रदेश के सभी प्रमुख पार्किंग को 1 प्लेट फार्म पर स्वचालित करने की एक महत्वाकांक्षी योजना है।पार्कमेट की स्मार्ट पार्किंग सुविधा बेतरतीब और अवैध पार्किंग की समस्याको हल करेगी जो अंततःयातायात के भीड़-भाड़ को कम करेगी और प्रमुख बाजारों तक ग्राहकों को आसान पहुँच प्रदान करेगी। इससे शहरों में अधिक आर्थिक अवसर पैदा होंगे।
पार्कमेट उपयोग कर्ताओं, शहरप्रशासकों और व्यवसायों को एक सहज पार्किंग अनुभव प्रदान करता है।पार्कमेट एप्लिकेशन का उपयोग करने से लखनऊ के नागरिकअब पार्किंग स्थल खोजने के कठिनकार्य या यहाँ तककि पार्किंग स्थल जाने से बच जाएँगे।एंड्रॉइड और आईओएस प्लेटफार्म पर उपलब्ध पार्कमेट के एप्लिकेशन के माध्यम से उपयोगकर्ता अपनी कार को उठवा कर अपनी पसंद के स्थान पर भिजवा सकते हैं। “यातायात की भीड़-भाड़ से भारत के4 प्रमुख शहरों को वार्षिक1.4 लाख करोड़ रुपये का आर्थिक नुकसान होता है। 25% से ज्यादा यातायात भीड़-भाड़ पार्किंग के कारण होता है।सड़क पर वाहनों की बढ़ती संख्या के कारण पार्किंग की जगह ढूँढना अधिक से अधिक चुनौती पूर्ण होता जा रहा है। इसके बावजूद, भारत की अधिकांश बहुस्तरीय कार पार्किंग मुश्किल से अपने स्थान का 30-50% उपयोग किए जाने पर काम कर रही हैं।जबकि जमीन पर पार्किंग भीड़ से भरा है।
पार्कमेट की बहुआयामी सेवाएँ इन सभी समस्याओं का समाधान कर सकती हैं। इसलिए, वाहनों की बेतर तीब पार्किंग संस्कृति को समाप्त करने के लिए हम ऐसे परिष्कृत समाधान लाए हैं जो इन सभी चिंता को दूर करती है।इस समस्या को हल करने के लिए हमारे पासअपने समकालीनों की तुलना में एक अलग दृष्टिकोण है और हमें खुशी है कि उत्तरप्रदेश की सरकार ने हमेंअपनी सेवाओं को प्रदर्शित करने का मौका दिया है।यह माननीय प्रधानमंत्रीजी के स्मार्ट शहरों और डिजिटल इंडिया की परिकल्पनाको और मजबूत करेगा। इसके अलावा, पार्कमेट की सेवाएँ कागज-रहित हैं जो हमें पर्यावरण के सबसे अनुकूल और भारत की एक मात्र कागज-रहित पार्किंग कंपनी बनाती है।”पार्कमेट के सह-संस्थापक और सीईओ धनंजय भारद्वाज ने कहा।
पार्कमेट मुख्य रूप से इस असंगठित बाजार का एक हिस्सा होने पर गर्व महसूस करता है। इस स्टार्ट अपने जीआरओपी और एसएचओपी सेवा शुरू की है, जो उपयोग कर्ताओं को अपने पार्किंग स्थान में प्रवेश करने देता है, जहाँ एक समर्पित अनुचर कार को उठाएगा और उसे पास के अधिकृत पार्किंग स्थल में पार्क करेगा। पार्कमेट कीत्रि-स्तरीय त्रिशूल प्रणाली फास्टैग + एएनपीआर + यूनीपे प्रणाली का एकीकरण करता है जोला इसें सप्लेट और परमिट/लॉगवाहन प्रविष्टि को स्वचालित रूप से स्कैन करने के लिए एचडी कैमरा, एक अंतर्निर्मित नियंत्रक और अपने इन-हाउस सॉफ्टवेयर का उपयोग करता है।पार्कमेट से जुड़ें हुए अनुचर ओटीपी सत्यापित हैं और कार को जीपीएस-टैग किया जाता है ताकि उपयोगकर्ता कार की जीवंत गतिविधि पर नजर रख सकें। जब ग्राहक को अपनी कार की आवश्यकता होती है, तो उन्हें बस’मेरी कारलाएँ’ पर क्लिक करना होता है और जहाँ भी वे चाहते हैं, कार को वहाँ सुरक्षित रूप से पहुँचा दिया जाता है।