Saturday , March 11 2023

जायसवाल क्लब ने विधायक रमेश जायसवाल को किया सम्मानित

राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज जायसवाल ने कहा, विधायक ने सदन में सहस्त्रबाहु व काशी प्रसाद की मूर्ति लगाने की मांग को उठाकर देश में रचा नया इतिहास, जायसवाल सहित पूरा वैश्य समाज विधायक के साहसिक से होता रहेगा गौरवान्वित, समाजहित के लिए हर कुर्बानी देंगे: रमेश जायसवाल

-सुरेश गांधी

वाराणसी : जायसवाल क्लब के तत्वावधान में चंदौली के पं दीन दयाल नगर में आयोजित अभिनंदन समारोह में बड़ी संख्या में पहुंचे जायसवाल सहित वैश्य समाज के लोगों ने विधायक रमेश जायसवाल का फूलमालाओं के बीच गर्मजोशी से स्वागत किया। इस मौके पर क्लब के सदस्यों ने विधायक को स्मृति चिन्ह व अंग वस्त्रम् भेंटकर सम्मानित भी किया। इस दौरान जायसवाल क्लब के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज जायसवाल ने विधायक रमेश जायसवाल द्वारा समाज हित में लगातार किए जो रहे कार्यो की सराहना करते हुए कहा कि विधायक ने सूबे की सबसे बड़ी पंचायत में समाज के कुल देवता परम् पूज्य राज राजेश्वर भगवान सहस्त्रबाहु अर्जुनजी व श्रद्धेय डॉ काशी प्रसाद जायसवाल की मूर्ति लगाने की मांग को उठाकर देश में नया इतिहास रचा है। आजादी के सत्तर सालों में समाज के नाम पर और उनके बूते नेताओं ने पद व गरिमा तो हासिल की, लेकिन समाजहित में कार्य करने से बचते रहे। यूपी ही नहीं पूरे देश में रमेश जायसवाल इकलौते नेता है, जिन्होंने जायसवाल क्लब की अपील पर समाज की सालों साल पुरानी मांग को सदन में उठाकर जायसवाल सहित पूरे वैश्य समाज को गौरवान्वित होने का मौका दिया है।

इस मौके पर समरोह के मुख्य अतिथि रमेश जायसवाल ने स्वजातिय बंधुओं समेत पूरे वैश्य समाज का आह्वान करते हुए कहा कि इसका बड़ा कारण हमारी एकजुटता में कमी है। इसके लिए समाज के लोगों को मंथन करने के साथ ही आगे आने की जरुरत है। कहा, बच्चों पर विशेष ध्यान देना होगा। बच्चों को हर हाल में शिक्षित करना होगा, तभी समाज आगे बढ़ पाएगा। उन्होंने कहा कि सामाजिक चेतना, एकता और शिक्षा से ही समाज का सर्वांगीण विकास होगा। कहा कि कई धड़ों और संगठनों में बंटकर समाज कमजोर हो रहा है। गलत समझौतों से पिछड़ रहे समाज को पूरी एकजुटता के साथ अधिकारों की लड़ाई लड़नी होगी। चेताया कि अगर अभी नहीं संभले तो युवाओं का भविष्य अंधकारमय हो जाएगा। उनके आगे बढ़ने के अवसर कम हो रहे हैं क्योंकि उनकी बात उठाने वाला कोई नहीं है।

उन्होंने कहा कि यह काम किसी एक के बूते नहीं बल्कि प्रत्येक व्यक्ति को समाज के सम्मान और उत्थान के लिए प्रतिबद्ध होना पड़ेगा तभी समाज का गौरव भविष्य में बरकरार रहेगा। जहां तक समाज के कुलदेवता भगवान स्हस्त्राबाहु की भव्य मूर्ति व 40 से अधिक भाषाओं के ज्ञाता, महान इतिहासकार, कानूनविद, मुद्राशास्त्री, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी व पुरातत्व के अर्न्तराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त विद्वान व जायसवाल समाज के गौरव श्रद्धेय डॉ. काशीप्रसाद जायसवाल जी के नाम पर वाराणसी मिर्जापुर उनके नाम पर विश्व विद्यालय की स्थापना की बात है तो इसके लिए उनकी पार्टी के सीनियर नेताओं सहित मंडलायुक्त वाराणसी से बात हो गयी है, जल्द ही मांग पूरी होगी। उन्होंने कहा कि जल्द ही इस मामले में वह समाज के अग्रणी लोगों के साथ मुख्यमंत्री से भी मिलेंगे।

उन्होंने कहा कि धर्म एवं आस्था के साथ साथ देश की सांस्कृतिक राजधानी नगरी काशी में दुनिया जहान के लोग आते है, लेकिन तेली समाज के नाम पर बने घाटों व मुहल्लों के नाम के लगा हेय सूचक शब्द समज को पीड़ा पहुंचाता है इसीलिए उन्होंने वाराणसी स्थित गिरजाघर चौराहे का नाम बदल कर भगवान सहस्त्रबाहु जी के नाम पर खने सहित अंधरापुल चौराहे का नाम बदल कर डॉ काशी प्रसाद जायसवाल व तेलियानाला, तेलियाघाट और तेलियाबाग का नाम बदलकर लखनऊ की तर्ज पर तेलीनाला, तेलीघाट और तेलीबाग रखने की मांग सदन में रखी है।

इस मौके पर समाजसेवी लक्ष्मण जायसवाल, विजय प्रकाश जायसवाल, चंद्रेश्वर जायसवाल, राजेश योगी, संजय गुप्ता, संतोष जायसवाल, आशुतोष जायसवाल, विनोद जायसवाल, अशोक जायसवाल, बबलू साहू प्रधान, प्रोफेसर बृजेश जायसवाल, नारायण जायसवाल, अजय जायसवाल, नीरज जायसवाल, धर्मेन्द्र जायसवाल, कमलेश जायसवाल सहित चंदौली व मिर्जापुर के बड़ी संख्या में स्वजातिय बंधुओं सहित वैश्य समाज के लोग मौजूद थे।