Sunday , May 14 2023

अंतरिक्ष अनुसंधान में शीर्ष पांच देशों में भारत भी शामिल

एसएमएस में 25वां राष्ट्रीय प्राद्यौगिकी दिवस 2023 का हुआ आयोजन

लखनऊ : सुल्तानपुर रोड स्थित स्कूल ऑफ मैनेजमेंट साइंसेज लखनऊ में 25वें राष्ट्रीय प्राद्यौगिकी दिवस 2023 पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया’ जिसमें तकनीकी समवर्ग के सभी शिक्षक व प्रयोगशाला प्रशिक्षकों ने अपनी भागीदारी के साथ इस दिवस को हर्षोल्लास से मनाया। उक्त संगोष्ठी में छात्रों एवं अध्यापकों के साथ मुख्यकार्यकारी अधिकारी शरद सिंह, निदेशक डॉ मनोज मेहरोत्रा, महानिदेशक (तकनीकी) डॉ भरत राज सिंह आदि ने उपस्थित होकर अपने अपने विचार रखे। इस अवसर पर कॉलेज के सीईओ शरद सिंह ने भारतवर्ष के द्वारा 11 मई 1998 के पोखरण परमाणु परीक्षण को देश की सुदृढ़ता के लिये एक मील का पत्थर बताया जिससे देश तकनीकी विकास में आज दुनिया में अपना स्थान बना चुका है। निदेशक डॉ मनोज मेहरोत्रा ने अपने उद्बोधन में बताया कि भारत अब विश्व स्तर पर प्रौद्योगिकी लेनदेन के लिए सबसे आकर्षक निवेश स्थलों के मामले में तीसरे स्थान पर है और वैज्ञानिक क्षेत्र में काफी प्रगति हुई है।

महानिदेशक (तकनीकी) डॉ भरत राज सिंह ने अपने व्याख्यान में कहा कि 21वीं सदी में, भारत विश्व स्तर पर अंतरिक्ष अनुसंधान के लिए शीर्ष पांच देशों में अपना स्थान पाया है, जो निश्चित रूप से यह दर्शाता है कि भारत ने वैज्ञानिक क्षेत्र व अंतरिक्ष अन्वेषण में, अपने चंद्रमा मिशनों और ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) के साथ काफी प्रगति के शाथ अपनी पहचान बनायी है। इसके साथ ही एसएमएस में 2008 से 2022 तक तक्नीकी क्षेत्र में हुई प्रगति पर प्रकाश डाला और सीवी रमन, वेदिक विज्ञान, कलाम सेन्टर व उद्यमी केंद्र में हुये विकास को विस्तृत रूप से बताया तथा एसएमएस द्वारा कराये गये 10 से अधिक पेटेंट का भी जिक्र किया, जिसमे से कुछ व्यवसायीकरण की स्थिति में पहुँच चुके है।कार्यक्रम का सन्चालन डॉ हेमन्त कुमार, डीन तक्नीकी, स्वागत डॉ धर्मेंद्र सिंह सह निदेशक तथा धन्यवाद प्रस्ताव डॉ पी के सिंह डीन छात्र कल्याण द्वारा पारित किया गया। इस अवसर पर कॉलेज के मुख्य महाप्रबंधक डॉ जगदीश सिंह, संयुक्त निदेशक, वी बी सिंह, कुलसचिव, अधिष्ठाता, प्राध्यापक एवं अन्य शिक्षकगण, स्टाफ, छात्र और छात्राएं उपस्थित रहे।