कंपनी ने वाराणसी में लांच किया एक और एजेंसी
–सुरेश गांधी
वाराणसी : रिपुराज एग्रो ने अपनी एक और एजेंसी वाराणसी में लांच किया। इस मौके पर कंपनी के डायरेक्टर दीप प्रज्जवलित कर बाबा इंटरप्राइजेज एजेंसी का उद्घाटन किया। एजेंसी के कर्ताधर्ता आशुतोष आनंद ने बताया कि इस एजेंसी से वाराणसी सहित पूरे पूर्वांचल के व्यापारियों को उच्च गुणवत्ता वाली बासमती एवं नान बासमती चावल का वितरण किया जायेगा। उन्होंने बताया कि इसमें सोना शक्ति, सोना चुर, जायका सुप्रीम सहित विभिन्न ब्रांड के बासमती चावल उपलब्ध है। खास बात यह है कि इसकी स्वाद एवं शुद्धता बेजोड़ है। वाराणसी एवं पूर्वांचल से आए हुए सभी खरीदारों ने चावल को चखा और स्वाद की हर किसी ने सराहना की। क्योंकि हमने चावल नहीं भरोसा बेचा है। लांचिंग मौके पर मेसर्स बाबा इंटरप्राइजेज के महानिदेशक आशुतोष आनंद, बृज बिहारी ओझा, नारायण, पिं्रस पांडे एवं कंपनी की तरफ से राहुल राज, निशांत रंजन व राजीव रंजन के अलावा बाबा इंटर प्राइजेज के एमडी व रिपुराज कंपनी के एनएसएम उपस्थित थे। इसके अलावा वाराणसी सहित पूर्वांचल के व्यापारियों ने चावल की महत्ता को बारीकी से समझा और परखने के बाद बुकिंग कराई। आशुतोष आनंद ने बताया कि रिपुराज एग्रो का सफर जो आपको स्वाद के जरिए प्यार से बांधता है और अपने चावल की शुध्दता को हर जगह बिखेरता है। एक बार आप भी खाये और दुसरों को भी खिलाये, खुद ही इसकी गुणवत्ता समझ जायेंगे।
रिपुरज एग्रो प्राइवेट लिमिटेड पटना, बिहार में स्थित है। इसकी अधिकृत शेयर पूंजी 30.00 करोड़ रुपये है और कुल चुकता पूंजी 27.50 करोड़ रुपये है। 31 मार्च, 2022 को समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष के लिए रिपुरज एग्रो प्राइवेट लिमिटेड की परिचालन राजस्व सीमा 100 करोड़ – 500 करोड़ है। पिछले वर्ष की तुलना में 15.45 फीसदी कारोबार बढ़ा है। इसकी बुक नेटवर्थ में 49.91 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। कंपनी चावल और धान के उत्पादन के क्षेत्र में लगी हुई है। बासमती चावल, गैर बासमती चावल, सफेद और सुनहरे और कच्चे चावल आदि का निर्माण कराती है। बासमती चावल अपने स्वाद और सुगंध के कारण भारतीय चावल का राजा है। इसके उत्पादन की बात करें तो यह पूरे भारत में नहीं पाया जाता है लेकिन इसकी खेती भारत में कुछ ही जगहों पर की जाती है, इसकी खेती जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में होती है। बासमती चावल की विशेषता इसके पतलेपन और लंबाई से होती है और पकाने पर यह अपनी मूल लंबाई से दोगुना हो जाता है, इसकी नरम प्रकृति बेहतर सुगंध और विशिष्ट आकार की ओर ले जाती है, बासमती चावल अन्य लंबे और सुगंधित चावल की तुलना में विशिष्ट होते हैं। निदेशक ने कहा कि भारतीय बासमती चावल अपनी बेहतरीन गुणवत्ता के लिए जाना जाता है, हाल ही में उनकी मांग तेजी से बढ़ी है। उन्होंने यह भी कहा कि गुणवत्ता के मामले में रिपुराज बासमती चावल का कोई मुकाबला नहीं है।