नारी शक्ति वंदन अभिनंदन कार्यक्रम को मोदी ने किया संबोधित
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि भाजपा महिला आरक्षण कानून के माध्यम से लोकतंत्र में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए पिछले तीन दशकों से प्रयास कर रही थी। प्रधानमंत्री मोदी ने भाजपा मुख्यालय में आयोजित नारी शक्ति वंदन अभिनंदन कार्यक्रम को संबोधित किया। पार्टी की महिला इकाई ने प्रधानमंत्री का जोरदार स्वागत किया। प्रधानमंत्री ने यहां आयोजित कार्यक्रम में महिला आरक्षण विधेयक के ऐतिहासिक महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, आज मैं देश की सभी महिलाओं को बधाई देता हूं। कल और परसों हमने एक नया इतिहास बनते देखा। यह हमारा सौभाग्य है कि करोड़ों लोगों ने हमें वह इतिहास रचने का मौका दिया। उन्होंने कहा कि आज हर नारी का आत्मविश्वास आसमान छू रहा है। पूरे देश की माताएं, बहनें और बेटियां आज खुशी मना रही हैं, हम सबको आशीर्वाद दे रही हैं।
देश हित में बड़े फैसलों के लिए पूर्ण बहुमत की मजबूत सरकार के महत्व को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि महिला आरक्षण के लिए कानून इसलिए संभव हो सका, क्योंकि लोगों ने पूर्ण बहुमत के साथ एक स्थिर, मजबूत सरकार चुनी। उन्होंने कहा, नारी शक्ति वंदन अधिनियम का दोनों सदनों से पास होना, इस बात का भी साक्षी है कि जब पूर्ण बहुमत वाली स्थिर सरकार होती है तो देश कैसे बड़े फैसले लेता है, बड़े पड़ावों को पार करता है। पूर्ण बहुमत वाली स्थिर सरकार है तो ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ एक सच्चाई बन गया है। इस कानून ने फिर साबित किया है कि देश को आगे ले जाने के लिए पूर्ण बहुमत वाली मजबूत और निर्णायक सरकार बहुत आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ियां इस दिन को याद रखेंगी। आज देश की हर नारी का आत्मविश्वास आसमान छू रहा है। दशकों से देखा हुआ सपना आज पूरा हो गया है। मोदी ने आगे कहा, भाजपा इस कानून के माध्यम से लोकतंत्र में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए पिछले तीन दशकों से प्रयास कर रही थी। यह हमारी प्रतिबद्धता थी और आज हमने इसे पूरा किया है। विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जिन लोगों ने पहले संसद में महिला आरक्षण बिल फाड़ा था, उन्होंने भी नारी शक्ति के उभरने के कारण इसका समर्थन किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि संसद के दोनों सदनों द्वारा ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ रिकॉर्ड मतों से पारित किया जा चुका है। जिस बात का देश को पिछले कई दशकों से इंतजार था, वो सपना अब सच हुआ है। तीन तलाक पर प्रधानमंत्री ने कहा, हमने तीन तलाक की कुप्रथा को रोकने के लिए कानून बनाया, जिससे महिलाओं पर अत्याचार होता था। करोड़ों मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक की अमानवीय प्रथा से छुटकारा मिला है।