उमेश पाल हत्याकांड के बाद से सुधार गृह में थे अतीक के बेटे
लखनऊ/ नई दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट ने बाहुबली अतीक अहमद के दो नाबालिग बच्चों की कस्टडी से जुड़े मामले का मंगलवार को निपटारा कर दिया. अतीक की बहन शाहीन ने बाल सुधार गृह में रह रहे दोनों बच्चों की कस्टडी मांगते हुए याचिका दाखिल की थी. यूपी सरकार ने कोर्ट को बताया कि दोनों बच्चों को कल ही सुधार गृह से निकाल कर शाहीन को सौंप दिया गया है। माफिया अतीक अहमद के दोनों बेटों अहजम और अबान को सोमवार को राजरूपपुर स्थित बाल सुधार गृह से निकाल कर उनकी बुआ के सुपुर्द कर दिया गया. जिला प्रोबेशन अधिकारी कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि अतीक की बहन हटवा गांव में रहती हैं और उन्होंने अतीक के दोनों बेटों का पालन पोषण करने का जिम्मा लेते हुए उन्हें अपने सुपुर्द करने का प्रार्थना पत्र दिया था.उमेश पाल हत्याकांड के बाद से ही अतीक के दोनों बेटों को पुलिस ने बाल सुधार गृह में दाखिल किया था जिस पर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत ने धूमनगंज पुलिस से आख्या मांगी थी.
उन्होंने बताया कि धूमनगंज थाने की पुलिस ने अपनी आख्या में बताया था कि उमेश पाल हत्याकांड के बाद अतीक का पूरा परिवार फरार हो गया था और दोनों बच्चे चकिया में लावारिस हालत में मिले थे. सुरक्षा को देखते हुए अतीक के दोनों बेटों को बाल गृह में दाखिल किया गया था. 15 अप्रैल को अतीक अहमद की उस वक्त गोली मारकर हत्या कर दी गई थी जब अतीक पुलिस कस्टडी में सरकारी अस्पताल में अपना मेडिकल कराने पहुंचा था. इस दौरान उसके साथ उसका भाई अशरफ भी था. मीडिया कर्मियों के भेष में आए हमलावरों ने कई राउंड फायरिंग कर अतीक-अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी थी. हत्या के बाद हमलावरों ने खुद को पुलिस के हवाले कर दिया था