विश्व के नेताओं और नोबेल शांति पुरस्कार विजेताओं ने डॉ. शिशिर श्रीवास्तव की नवीनतम पुस्तक का विमोचन किया
लखनऊ : डॉ. शिशिर श्रीवास्तव द्वारा लिखित ’21वीं सदी में नया भारत: 2050 तक विकसित भारत के लिए 21 दृष्टिकोण’ का लॉस एंजेल्स (अमेरिका) के होटल ली मेरिडियन, पासाडेना अर्काडिया में त्रिनिदाद के पूर्व राष्ट्रपति महामहिम एंथोनी कार्मोना और टोबैगो, लेसोथो के पूर्व प्रधान मंत्री पाकलिथा बी. मोसिली, नोबेल शांति पुरस्कार विजेता अब्देसतार बेनमौसा और जेरी व्हाइट के द्वारा विमोचन किया गया। लेखक को यहां लॉस एंजिल्स, अमेरिका में प्रेम और शांति के विश्व नेता शिखर सम्मेलन को संबोधित करने के लिए आमंत्रित किया गया था। पुस्तक की सराहना में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पूर्व में लिखे एक पत्र में कहा था कि इस पुस्तक का उद्देश्य भारत के बच्चों और युवाओं को ज्ञान और दूरदृष्टि से सशक्त बनाना है। यह भविष्य के भारतीयों के लिए उपयोगी और प्रेरणादायक साबित होगी।
‘न्यू इंडिया इन द 21 सेंचुरी’ पुस्तक में लेखक, डॉ शिशिर श्रीवास्तव ने प्रधानमंत्री मोदी को 21वी सदी के नए भारत के राष्ट्रपिता का पद दिया है क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पिछले एक दशक में भारत आर्थिक महाशक्ति के रूप में तेजी से उभर रहा है तथा सम्पूर्ण जगत उसे एक विश्व गुरु के रूप में देख रहा है। मोदी जी ने एक प्रधान सेवक के रूप में रात दिन परिश्रम कर 140 करोड़ भारतवासियों के ह्रदय में एक नए भारत के स्वप्न निर्माण के लिए आशा की किरण उत्पन्न करी है। पुस्तक की सराहना नरेंद्र मोदी के साथ साथ राजनाथ सिंह, पीयूष गोयल, गुरुदेव रविशंकर, डॉ. एमएस स्वामीनाथन, डॉ. विक्रम सिंह, साइना नेहवाल और डॉ. जगदीश गांधी ने की है।
डॉ. शिशिर श्रीवास्तव 23 वर्षों से अधिक के अनुभव के साथ अंतरराष्ट्रीय संबंधों, करियर परामर्श और प्रेरक भाषण में एक अत्यधिक सम्मानित व्यक्ति हैं। उनके पास हार्वर्ड बिजनेस स्कूल और जिनेवा स्कूल ऑफ डिप्लोमेसी जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों से योग्यता है। डॉ. श्रीवास्तव ने शिक्षा और परामर्श में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, खासकर 61,000 छात्रों के साथ दुनिया के सबसे बड़े स्कूल सिटी मोंटेसरी स्कूल (सीएमएस) में उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों के आयोजन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। डॉ शिशिर श्रीवास्तव एक मोटिवेशनल स्पीकर, लेखक, कवि और करियर काउंसलर हैं। उनका जन्म 26 सितंबर 1977 को लखनऊ में डॉ.सुशील कुमार श्रीवास्तव और नीरजा श्रीवास्तव के घर हुआ था। डॉ श्रीवास्तव की पहली कविताएं टाइम्स ऑफ इंडिया में तब छपीं जब वह 16 साल के थे। उन्होंने चार पुस्तकें लिखी हैं।
एक कुशल लेखक के रूप में, उनकी उल्लेखनीय कृतियों में ‘द एइट पॉवर्स विदिन यू’ और ‘ऊठो युवा’ शामिल हैं, जिसे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी से प्रशंसा मिली। उनकी पहली पुस्तक ‘द एट पॉवर्स विदिन यू: योर गाइड टू सक्सेस’ (पेंगुइन बुक्स, जून 2010) लॉन्च होने के तीन महीने के भीतर इंडियन टुडे की नॉन-फिक्शन बेस्टसेलिंग सूची में आ गई और इसका चार भाषाओं में अनुवाद किया गया। उनकी दूसरी पुस्तक ‘द पावर ऑफ प्रेयर’ 2011 में एक ईबुक के रूप में प्रकाशित हुई थी। 2013-14 में, उन्होंने डॉ किरण बेदी के साथ ‘यूथ फॉर यूथ’ का सह-लेखन किया, एक ई-बुक जिसमें 101 युवा पुरुषों और महिलाओं की आवाज़ें शामिल हैं। ‘भ्रष्टाचार’ और ‘महिला सुरक्षा’ के मुद्दे। “उठो युवा” उनकी चौथी पुस्तक थी जिसमे युवाओं को प्रेरित करने के लिए कविताएँ लिखी गयी हैं और इस किताब का विमोचन 04 अप्रैल 2016 को भाजपा के भूतपूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा वर्तमान में भारत के गृहमंत्री अमित शाह के द्वारा किया गया था। डॉ. श्रीवास्तव को कई प्रतिष्ठित उपाधियां और पुरस्कार से नवाज़ा गया हैं, जिनमें ‘ग्लोबल फ्रेंड ऑफ़ वर्ल्ड्स चिल्ड्रेन’ और ‘मैन ऑफ़ द ईयर’ जैसे अवार्ड शामिल हैं। उनके बारे में अधिक जानकारी उनकी वेबसाइट www.drshishir.in पर पाई जा सकती है।