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वाराणसी में दिल दहला देने वाली घटना, परिवार के चार लोगों की खुदकुशी से मचा हड़कम्प

आंध्र प्रदेश की दंपति ने दो बेटों के साथ लगायी फांसी
पैसे के लेनदेन का विवाद और आर्थिक तंगी बनी वजह

सुरेश गांधी

वाराणसी : शहर के दशाश्वमेध थाना क्षेत्र के देवनाथापुरा इलाके में एक ही परिवार के चार लोगो की सामूहिक आत्महत्या से हर कोई हतप्रभ है। इस घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया है। मृतकों में एक महिला और तीन पुरुष शामिल हैं. जय राज (23 साल), लावणिया (45 साल), कोंडा वर्पीय (50 साल) और राजेश (25 साल) शामिल हैं.मरने वाले चारो आंध्र प्रदेश के बताए जा रहे हैं। पुलिस के मुताबिक नाइलोन की रस्सी से चारों ने आत्महत्या की है. सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस शव को कब्जे में लेकर मामले की जांच कर रही है. आत्महत्या की वजह का पता नहीं चल पाया है. आत्महत्या करने वाले 4 पर्यटक तीन दिन पहले वाराणसी आए थे। सभी आंध्र प्रदेश के रहने वाले थे. यह मामला गुरुवार की देर शाम सामने आया। आंध्र प्रदेश पुलिस को सूचना दी गई है। दशाश्वमेध थाने में मुकदमा दर्ज करा कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

देवनाथपुर में उस समय हड़कंप की स्थिति मच गई जब कैलाश भवन स्थित एक आश्रम में रहने वाले चार लोगों ने एक साथ आत्महत्या कर ली. यह चारों व्यक्ति एक ही परिवार के आंध्र प्रदेश के रहने वाले थे और बीते 2 महीने से पैसों के विवाद और आर्थिक तंगी की वजह से काफी परेशान थे. मौके पर स्थानीय प्रशासन के साथ-साथ डीसीपी आर.एस. गौतम और पुलिस कमिश्नर अशोक मुथा जैन सहित अन्य पुलिस अधिकारी भी पहुंचे. जानकारी मिलने तक चारों शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. मौके पर पहुंचे वाराणसी पुलिस कमिश्नर अशोक मुथा जैन ने कहा कि देवनाथपुर स्थित काशी कैलाश भवन में चार लोगों ने फंदे से लटक कर आत्महत्या की है. सभी आंध्र प्रदेश के रहने वाले हैं और बीते 3 दिसंबर से वाराणसी में रह रहे थे. मौके से तेलुगु में लिखा एक सुसाइड नोट भी प्राप्त हुआ है जिसमें मृतक के निवास स्थल आंध्र प्रदेश में पैसों का विवाद और आर्थिक तंगी की बातें सामने आई. एक ही परिवार के चारों सदस्यों में माता-पिता और दो बेटे शामिल हैं. सभी चारों शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और इस मामले में जांच की जाएगी. घटना कैलाश भवन की तीसरी मंजिल पर ये घटना हुई है। तेलुगू में सुसाइड नोट लिखा है। जिसमें मरने की वजह बताई गई है। मैनेजर की सूचना पर पहुंची दशाश्वमेध थाने की पुलिस ने दरवाजा तोड़ कर चारों का शव फंदे से नीचे उतारा।

कमरे में मिली एक डायरी के ढाई पेज में तेलुगू में लिखे गए सुसाइड नोट के अनुसार सामूहिक आत्महत्या की वजह पैसे के लेनदेन का विवाद और आर्थिक तंगी है। आंध्र प्रदेश पुलिस को सूचना देकर दंपती और उनके दोनों पुत्रों का शव शिवपुर स्थित मोर्चरी में रखवाया गया है। भवन के मैनेजर सुंदर शास्त्री ने बताया कि चारों लोगों के लिए 350 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से द्वितीय तल पर स्थित एस-6 कमरा राजेश ने बुक कराया। बृहस्पतिवार की सुबह नौ बजे सफाईकर्मी पुष्पा साफ-सफाई के लिए कमरे का दरवाजा खटखटाई तो नहीं खुला। शाम पांच बजे के लगभग वॉचमैन ने फिर कमरे का दरवाजा खटखटाया तो नहीं खुला। शंकावश उसने कमरे की खिड़की को धकेल कर देखा तो एक व्यक्ति फंदे के सहारे लटका दिखा। आनन-फानन इसकी सूचना पुलिस को दी गई। डॉग स्क्वॉड और फॉरेंसिक टीम के साथ पहुंची पुलिस ने कमरे का दरवाजा तोड़ा। अंदर घुसने पर दंपती और उनके दोनों बेटे कमरे की छत में लगे लोहे के एंगल के चार अलग-अलग हुक के सहारे नायलॉन की रस्सी से लटके हुए थे।