वित्तमंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने पेश किया 2024-25 के लिए अनुपूरक बजट
लखनऊ : अब उत्तर प्रदेश को धार्मिक पर्यटन का हब बनाने की तैयारी है। धार्मिक पर्यटन विकास की कड़ी में उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल लेवल का टूरिज्म हब बनेगा। गांव और धार्मिक स्थल भी चमकेगा। मुख्यमंत्री के प्रयास से हजारों रोजगार और सरकार को बड़ा फायदा मिलेगा। यह सब संभव होगा शक्ति-भक्ति से लबरेज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इच्छाशक्ति व दूरदर्शी सोच से। उत्तर प्रदेश सरकार के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने सोमवार को विधानसभा में वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए बजट पेश करते हुए कहा कि विंध्याचल स्थित त्रिकोणीय क्षेत्र में मां विंध्यवासिनी मंदिर, मां अष्टभुजा मंदिर, मां कालीखोह मंदिर को जोड़ने वाले त्रिकोण संरेखण में आने वाले परिक्रमा मार्गों एवं जनसुविधाओं के उन्नयन के लिए कार्यवाही प्रक्रियाधीन है। शक्तिपीठ सर्किट धार्मिक पर्यटन की संकल्पना साकार करने के साथ पर्यटन को भी बढ़ावा देगा।
अंतरराष्ट्रीय रामायण एवं वैदिक शोध संस्थान तैयार करेगी धर्म योद्धा
वित्त मंत्री ने कहा, प्रयागराज महाकुम्भ 2025 के अंतर्गत विभिन्न कार्यों के लिए 100 करोड़ रुपये की बजट प्रस्तावित है। निषाद राज गुहा सांस्कृतिक केन्द्र श्रृंगवेरपुर की स्थापना के लिए 14.68 करोड़ रूपये, आजमगढ़ के हरिहरपुर में संगीत महाविद्यालय की स्थापना के लिए 11.79 करोड़ रुपये तथा महर्षि वाल्मीकि सांस्कृतिक केंद्र चित्रकूट की स्थापना के लिए 10.53 करोड़ रुपये प्रस्तावित है। अंतरराष्ट्रीय रामायण एवं वैदिक शोध संस्थान अयोध्या के लिए 10 करोड़ रुपये प्रस्तावित है।
विदेशी पर्यटकों के लिए पसंदीदा बना उप्र, बनेगा पर्यटन हब
सुरेश खन्ना ने कहा कि उत्तर प्रदेश में वर्ष 2023 में जनवरी से अक्टूबर तक 37 करोड़ 90 लाख से अधिक पर्यटक आए। इनमें भारतीय पर्यटकों की संख्या लगभग 37 करोड़ 77 लाख एवं विदेशी पर्यटकों की संख्या लगभग 13 लाख 43 हजार है। अयोध्या में राम की पैड़ी पर 22 लाख 23 हजार दीप जलाकर गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड बनाया गया। अयोध्या, वाराणसी, चित्रकूट, लखनऊ, विंध्याचल, प्रयागराज, नैमिषारण्य, गोरखपुर, मथुरा, बटेश्वर धाम, गढ़मुक्तेश्वर, शुकतीर्थ धाम, मां शाकुम्भरी देवी, सारनाथ एवं अन्य महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों का पर्यटन विकास एवं सौन्दर्यीकरण कार्य कराए जा रहे हैं।
मोदी-योगी के नेतृत्व में अधिक प्रवाहमयी हो रही सांस्कृतिक धारा
बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री पर्यटन विकास सहभागिता योजना के अंतर्गत प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक पर्यटन स्थल विकसित किए जाने की योजना है। भारत की संस्कृति धार्मिक, बौद्धिक, वैज्ञानिक रूप से अत्यंत समृद्ध रही है। पूर्ववर्ती सरकारों ने सांस्कृतिक धरोहरों की अनदेखी की परन्तु प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सांस्कृतिक धारा अधिक प्रवाहमयी हो रही है- यूनान, मिश्र, रोमा सब मिट गए जहां से, अब तक मगर है बाकी नामों-निशां हमारा।।
काशी में पांच गुना बढ़ी पर्यटकों की संख्या, अयोध्या में भी आस्था का ज्वार
श्रीखन्ना ने कहा कि श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर से गंगा नदी तक के मार्ग के विस्तारीकरण व सौन्दर्यींकरण के पश्चात श्रद्धालुओं की संख्या में 4 से 5 गुना वृद्धि हुई है। अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण कार्य के दृष्टिगत श्रद्धालुओं की संख्या में सम्भावित वृद्धि के दृष्टिगत तीन पहुंच मार्गों का चौड़ीकरण व सौन्दर्यीकरण एवं छह स्थानों पर पार्किग तथा जनसुविधाओं का विकास कार्य किया जा रहा है।
विभिन्न जिलों में न्यायालयों की स्थापना के लिए तीन सौ करोड़ रुपये प्रस्तावित
उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने विधानसभा में बजट पेश करते हुए कहा कि प्रदेश के विभिन्न जिलों में न्यायालयों की स्थापना के लिए 300 करोड़ रुपये की व्यवस्था प्रस्तावित है। उन्होंने बताया कि पायलट प्रोजेक्ट के अन्तर्गत न्यायालय परिसर के निर्माण के लिए 700 करोड़ रुपये की व्यवस्था प्रस्तावित है। अधिवक्ता कल्याण निधि को 200 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 500 करोड़ रुपये किये जाने का निर्णय लिया गया है। उत्तर प्रदेश अधिवक्ता सामाजिक निधि योजना के सदस्य अधिवक्ता की मृत्यु हो जाने की दशा में अनुमन्य सहायता की अधिकतम सीमा को 1.50 लाख रुपये से बढ़ाकर पांच लाख रुपये किया गया है।
अनुपूरक बजट से 2.6 करोड़ लोगों को मिल रहा लाभ
वित्त मंत्री ने आगे कहा कि प्रदेश में अनुपूरक पुष्टाहार से लगभग दो करोड़ छह लाख लाभार्थियों को लाभान्वित किया जा रहा है। पुष्टाहार कार्यक्रम के लिए लगभग 5129 करोड़ की व्यवस्था प्रस्तावित रहे। सभी जिलों में 1,89,796 आंगनबाडी केन्द्रों के माध्यम से 06 माह से 06 वर्ष आयु के बच्चों, गर्भवती महिलाओं एवं धात्री माताओं के सर्वांगीण विकास की योजनाओं का संचालन कराया जा रहा है। हाॅट कुक्ड मील योजना के अन्तर्गत आंगनबाड़ी केन्द्रों में 03 वर्ष से 06 वर्ष आयु के 79.37 लाख बच्चों को गर्म पका भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों एवं सहायिकाओं के मानदेय के भुगतान के लिए लगभग 971 करोड़ रुपये और कन्या सुमंगला योजना के लिए 700 करोड़ रुपये की व्यवस्था प्रस्तावित है।