यूूूूपी के गोंडा में बिना डिग्री के इलाज के नाम पर लोगों की जिन्दगी से खिलवाड़ करने वाले झोलाछाप डाक्टर डीएम के निशाने पर आ गए हैं। थाना इटियाथोक अन्तर्गत ग्राम बैजपुर निवासी कुमारी साजिदा खातून पुत्री मुख्तार अहमद ने डीएम से शिकायत किया कि ग्राम बैजपुर में डा बलराम वर्मा पुत्र राम सूरत वर्मा, डा जितेन्द्र कुमार पुत्र बलराम व एक अन्य व्यक्ति द्वारा बगैर मेडिकल डिग्री व लाइसेन्स के नर्सिंग होम का संचालन किया जा रहा है।
शिकायत का संज्ञान लेते हुए डीएम मार्कण्डेय शाही ने डिप्टी सीएमओ डाॅ टीपी जायसवाल और वरिष्ठ चिकित्साधिकारी/नोडल अधिकारी झोलाछाप डाॅ मनोज कुमार की संयुक्त जांच समिति गठित करते हुए जांच कराई तो झोलाछाप डाक्टर द्वारा बिना डिग्री व लाइसेन्स के नर्सिंग होम संचालन की शिकायतें सही पाई गई। यहीं नहीं मौके पर कई मरीज व इलाज के उपकरण, ग्लूकोज बाॅटल, सीरीन्ज, अल्ट्रासाउन्ड जैली, कैप्सूल ओमेज, मेनीटाल की बोतल, स्टैथोस्कोप, बीपी इन्ट्रूमेन्ट तथा भारी मात्रा में एलोपैथिक दवाईयां मिलीं।
मामले में जांच रिपोर्ट के आधार पर डीएम ने मुख्य चिकित्साधिकारी को झोलाछाप डाक्टरों डा बलराम वर्मा पुत्र राम सूरत वर्मा, डा जितेन्द्र कुमार पुत्र बलराम और इसमें शामिल एक अन्य व्यक्ति के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कराकर अवगत कराने के आदेश दिए हैं। जिलाधिकारी ने सीएमओ को सख्त निर्देश दिए हैं कि जिले झोलाछाप डाक्टरों के खिलाफ अभियान चलाकर कड़ी कार्यवाही करने के आदेश दिए हैं। जिलाधिकारी ने कहा है कि भोलेभाले लोगों की जिन्दगी से किसी को खिलवाड़ नहीं करने दिया जाएगा। ऐसे लोग जो बिना डिग्री व लाइसेन्स के क्लीनिक या नर्सिंग होम चला रहे हैं उनके खिलाफ अभियान चलाकर छापेमारी कराई जाएगी ।एफआईआर दर्ज कराकर जेल भेजने की कार्यवाही कराई जाएगी।