अपने घर तक चार पहिया नहीं पहुंचने के कारण पीसीएस बेटी ने शादी करने से इनकार कर दिया। असिस्टेन्ट कमिश्नर ( सेलटैक्स ) पद पर कानपुर में तैनात बेटी ने पिता के आग्रह को यह कहते हुए ठुकरा दिया कि जब तक घर तक सड़क नहीं बन जाती तब तक वह सात फेरे नहीं लेगी। बेटी की जिद से परिजन परेशान हैं।अदलहाट के रामपुर (अगरसण्ड) गांव निवासी दयाशंकर दीक्षित कास्तकार हैं। दयाशंकर के घर तक कार पहुंचने का रास्ता नहीं है। दयाशंकर दीक्षित की बेटी प्रगति दीक्षित पिछले वर्ष पीसीएस में चयनित हुई थी। वह इस समय असिस्टेन्ट कमिश्नर ( सेलटैक्स ) पद पर कानपुर में तैनात है। पिता के दयाशंकर दीक्षित के अनुसार घर तक सड़क नहीं होने के कारण उनकी पीसीएस बेटी ने शादी से इनकार कर दिया है। दयाशंकर ने बताया कि शादी की बात करने पर बेटी ने स्पष्ट कहा कि सड़क न होने से दरवाजे तक दुल्हे की कार नहीं जा सकेगी। वहीं दुल्हन की विदाई में भी परेशानी होगी। सड़क नहीं होने के कारण कई लड़कियों की चौखट से कार में बैठ कर पिया के घर विदा होने का सपना पूरा नहीं हो पाया है। ऐसे में जब तक सड़क नहीं बन जाती तब तक वह सात फेरे नहीं लेगी।
प्रगति दीक्षित के दादा रवि शंकर दीक्षित ने बताया कि गांव के पश्चिम छोर तक प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत पक्की सड़क का निर्माण हो चुका है। लेकिन गांव के ही व्यक्ति ने मार्ग निर्माण के समय ही ग्राम सभा के बंजर भूमि पर अतिक्रमण कर कमरा का निर्माण करवा लिया है। इससे रास्ता तंग हो गया। चार पहिया वाहन घर तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। प्रगति की जिद से पूरा परिवार परेशान है।