मो. शमी की जिंदगी में पिछला एक वर्ष किसी बुरे सपने से कम नहीं था। पत्नी संग घरेलू विवाद जग जाहिर हुआ। बीसीसीआई ने भी केंद्रीय अनुबंध से शमी को बाहर का रास्ता दिखा दिया था। कोर्ट के चक्कर और चोट तक का सामना करना प़़डा। यह सब मुश्किलें किसी भी इंसान को अंदर से तोड़कर रख देतीं।चोट की वजह से उनका लगातार वजन ब़़ढता जा रहा था। शमी ने फिटनेस पर ध्यान लगाना शुरू किया तो लोगों ने मजाक बनाना शुरू कर दिया। जिस इंसान को बिरयानी बहुत पसंद थी, उसकी जिंदगी का नया मंत्र फिटनेस था। अफगानिस्तान के खिलाफ चुनौतीपूर्ण मैच में शमी के पास आखिरी ओवर था। शमी ने हैट्रिक लेकर भारतीय टीम को रोमांचक जीत दिलाई और चेतन शर्मा के बाद विश्व कप में हैट्रिक लेने वाले दूसरे भारतीय गेंदबाज बने। शमी हैट्रिक लेने में शमी की पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने काफी मदद की थी। शमी ने बताया कि हैट्रिक गेंद यॉर्कर डालने के लिए उन्हें माही भाई ने ही बोला था।शमी ने कहा कि रणनीति साफ थी। माही भाई ने कहा था कि आपको कुछ भी बदलने की जरूरत नहीं है। आपके पास हैट्रिक लेने का बहुत बड़ा मौका है। यह मौके बहुत कम आते हैं और आपको यॉर्कर करने की जरूरत है। और फिर समी ने वो कर दिखाया जो दुनिया देखती रह गयी |उन्हों ने वो कारनामा कर दिखाया जो चेतन शर्मा चेतन शर्मा ने १९८७ वर्ल्ड कप में हैट्रिक लेकर किया| समी वर्ल्ड कप में हैट्रिक लेने वाले भारत के दुषरे गेंदबाज है|