लोकेश राहुल को टीम इंडिया में नई जिम्मेदारी मिली है और वह इसका भरपूर लुत्फ ले रहे हैं। राहुल ने बल्ले के साथ-साथ विकेट के पीछे भी सराहनीय काम किया है और भारतीय टीम को एक अतिरिक्त बल्लेबाज या गेंदबाज खिलाने की आजादी दी है। ऑकलैंड में न्यूजीलैंड के साथ खेले गए पहले टी-20 मैच में राहुल ने शानदार अर्धशतक लगाकर भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई।
मैच के बाद विकेटकीपिंग रोल पर बात करते हुए राहुल ने कहा, “ईमानदारी से कहूं तो मैं इस नई भूमिका का लुत्फ ले रहा हूं। इंटरनेशनल स्तर पर यहां बिल्कुल नया सा प्रतीत होता है और ऐसा लगता है कि मैंने कभी कीपिंग नहीं की लेकिन ऐसा नहीं है। मैंने अपनी आईपीएल टीम के लिए तीन-चार साल कीपिंग की है और साथ ही मैंने फर्स्ट क्लास टीम के लिए भी ओपनिंग के साथ-साथ कीपिंग भी की है। कीपिंग के साथ मैं हमेशा टच में रहा हूं।”
राहुल ने 27 गेंदों पर 56 रनों की पारी खेली और कप्तान विराट कोहली के साथ 99 रनों की साझेदारी निभाई। भारत ने 203 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए छह विकेट से जीत हासिल की
राहुल ने कहा, “विकेट के पीछे रहने से यह आइडिया लग जाता है कि विकेट कैसा खेल रही है। मैं अपने गेंदबाजों को यह संदेश दे सकता हूं और कप्तान की फील्ड सेटिंग में मदद कर सकता हूं। एक कीपर के तौर पर मेरी जिम्मेदारी सजग रहने की है और अपने कप्तान को यह भी संदेश देना होता है कि किस बल्लेबाज के लिए कौन सी लेंग्थ अच्छी रहेगी। विकेट के पीछे रहने से यह अतिरिक्त जिम्मेदारी आती है और इससे बल्लेबाजी में भी फायदा होता है।”
उन्होंने कहा, ”मुझे विकेट के पीछे रहना पसंद है, क्योंकि इससे पिच का अंदाजा मिल जाता है। एक बल्लेबाज के तौर पर भी 20 ओवर तक कीपिंग करने के बाद आपको अंदाजा हो जाता है कि पिच पर कैसा शॉट खेलना है। मैं इस जिम्मेदारी का लुत्फ उठा रहा हूं।”
भारतीय टीम न्यूजीलैंड में पांच टी-20, तीन वनडे और दो टेस्ट खेलेगी। राहुल का मानना है विजयी शुरुआत से टीम को नई ऊजार् मिली है और यह आगे के मैचों के लिहाज से फायदेमंद साबित होगी।