प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रामपुर में बने सपा सांसद एवं पूर्व मंत्री मो. आजम खां के मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय को चंदा देने वाली संस्थाओं को भी सोमवार को नोटिस भेजा है। इनमें रामपुर व आसपास के जिलों की लगभग 20 संस्थाएं शामिल हैं। आजम इस विश्वविद्यालय के कुलाधिपति हैं।
सूत्रों के अनुसार ईडी को आशंका है कि चेक से चंदा देने के बदले इन संस्थाओं को ब्लैक मनी दी गई है। रामपुर के आकाश लाल सक्सेना ने सीबीडीटी (सेंट्रल बोर्ड आफ डायरेक्ट टेक्स) के चेयरमैन से शिकायत की थी कि जौहर विश्वविद्यालय को संभल, गाजियाबाद, अमरोहा और बिजनौर व बदायूं से चंदा दिया गया। इसमें मनी लाण्ड्रिंग की गई। इसके बाद ईडी को केंद्र सरकार ने जांच सौंपी थी। जौहर विश्वविद्यालय को लेकर मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत दर्ज किए गए केस की जांच के दौरान पता चला कि विश्वविद्यालय संचालित करने वाले ट्रस्ट को रामपुर, बरेली व मुरादाबाद आदि जिलों की संस्थाओं से चंदा मिला है। अब ईडी इन संस्थाओं को नोटिस देकर चंदे में दी गई रकम के बारे में जानकारी मांग रहा है।
इससे पहले ईडी के लखनऊ जोन कार्यालय के उप निदेशक अमित कुमार मिश्रा ने रामपुर के डीएम को पत्र लिखकर जौहर विश्वविद्यालय और उसे संचालित करने वाले ट्रस्ट के खिलाफ की गई कार्रवाई के बारे में जानकारी मांगी है। ईडी ने विश्वविद्यालय के लिए भूमि अधिग्रहण से संबंधित अनिमितताओं के बारे में भी जानकारी मांगी है। उधर, सीतापुर जेल में निरुद्ध होने के दौरान कोरोना संक्रमित होने के बाद मो. आजम खां लखनऊ के मेदांता अस्पताल में भर्ती हैं, जहां उनका इलाज चल रहा है।