उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि नोएडा हवाईअड्डे के मुख्य टर्मिनल का भवन ‘भारतीय विरासत का प्रतिबिंब लगना चाहिए। यह राज्य की एक विशाल परियोजना है।
मुख्यमंत्री ने हाल में प्रस्तावित नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे की प्रगति की समीक्षा के दौरान यह निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि हवाईअड्डे की मुख्य टर्मिनल इमारत के वास्तु में भारतीय विरासत की झलक मिलनी चाहिए। अब यह अधिकारियों को देखना है कि ऐसा कैसे होगा। क्योंकि डिजाइन आकर्षक होना चाहिए । यह हवाई अड्डा गौतमबुद्ध नगर के जेवर में बन रहा है। दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (आईजीआईए) से इसकी दूरी 80 किलोमीटर है।
इस आधुनिक हवाई अड्डे का निर्माण स्विट्जरलैंड की कंपनी ज्यूरिख इंटरनेशनल एयरपोर्ट (जेडआईए) एजी द्वारा किया जा रहा है। कहा जा रहा है कि पूरा होने के बाद यह देश का सबसे बड़ा हवाईअड्डा होगा। हवाईअड्डे के विकास पर करीब 29,560 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इससे पहले डेवलपर ने दिसंबर में नॉर्डिंक, ग्रिमशॉ, हैप्टिक तथा स्तूप के गठजोड़ को यात्री टर्मिनल के डिजाइन के लिए वास्तुकार के रूप में चुना था। जून और अगस्त, 2020 के दौरान तीन चरण की प्रतिस्पर्धा के जरिये इनका चयन किया गया था।