गाजियाबाद स्थित केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) एकेडमी में तैनात रहे डिप्टी एसपी के खिलाफ सीबीआई द्वारा आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज किया गया है। सीबीआई इससे पूर्व जनवरी में ही अपने कई अफसरों पर घूसखोरी के मामले में एफआईआर दर्ज कर चुकी है।
राजीव कुमार ऋषि सीबीआई एकेडमी गाजियाबाद में डिप्टी एसपी के पद पर तैनात रहे हैं। जनवरी में सीबीआई ने घूसखोरी के मामले में उनके कौशांबी स्थित आवास समेत कई अन्य अफसर और कारोबारियों के यहां छापा मारा था। अब सीबीआई ने राजीव कुमार के खिलाफ 1.10 करोड़ रुपये आय से अधिक पाए जाने पर केस दर्ज किया है।
आय से अधिक संपत्ति मामले में सीबीआई ने अपने अधिकारी की वर्ष 2012 से वर्ष 2021 तक की अवधि को आधार लिया। इस दौरान उनको मिले वेतन, भत्ते, बैंक खातों में जमा धन समेत अन्य चल-अचल संपत्ति तथा उनके द्वारा खर्च की गई धनराशि के आंकलन के आधार पर आय से अधिक सम्पत्ति का मामला माना। दिल्ली में उनके खिलाफ केस दर्ज किया गया है। मूलरूप से सहारनपुर के रहने वाले राजीव ऋषि ने सीबीआई में बतौर सब-इंस्पेक्टर वर्ष 1996 में नौकरी पाई थी।
जनवरी में दर्ज किया गया था केस
सीबीआई ने डिप्टी एसपी राजीव ऋषि समेत अन्य डिप्टी एसपी आर.के. सांगवान और इंस्पेक्टर कपिल धनखड़ समेत कुल 9 लोगो के खिलाफ श्री श्याम पल्प एंड बोर्ड लिमिटेड कंपनी से जुड़े मामले में घूसखोरी के आरोप में मुकदमा दर्ज किया था। आरोपियों के परिसरों पर सीबीआई टीम ने जनवरी में ही छापेमारी भी की थी।