दरगाह आला हजरत को मानने वाले अकीदतमंद दुनिया भर में फैले हुए हैं, वहीं ईद उल अजहा से पहले काजी उल हिन्दुस्तान मुफ्ती असजद रजा खां कादरी के दामाद सलमान हसन ने सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही आला हजरत खानदान के बीच एक बार फिर सार्वजनिक विवाद शुरू हो गया है। शुक्रवार को जुमा नमाज से पहले आला हजरत खानदान के सबसे बड़े बुजुर्ग मौलाना मन्नानी मियां की बताई जा रही ऑडियो वायरल हुई है।
सोशल मीडिया पर वायरल इस ऑडियो में मौलाना मन्नानी मियां काजी उल कुजात और उनके दामाद की जमकर मुखालफत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज मेरे भाई ताजुश्शरिया होते तो उन्हें बहुत अफसोस होता। तौकीर मियां ने गलती की तो हमने उनकी भी खिलाफत की थी। जो हक से दूर जाएगा उसको हम हक पर लाने की कोशिश करेंगे। उन्होंने तालीम पर भी सवाल उठाए हैं। आबिद की तरह सलमान को लाल बत्ती दिलाने के लिए यह सब किया जा रहा है। मन्नानी मियां ने कहा कि मैं तेरा चाचा हूं इसलिए नाराज हो रहा हूं, और असजद मेरे सामने आए तो बहुत पिटाई भी करुंगा।
कौम को बेच डाला, जिसको तुम्हारी वोट की जरूरत नहीं
वायरल ऑडियो में यह भी कहा गया है कि असजद मियां ने कौम को बेच डाला है। ऐसे से मुलाकात की जिसको तुम्हारी वोट की जरूरत नहीं है। सलमान बिना असजद मियां के इजाजत के सीएम से मिले।
काजी उल हिन्दुस्तान पद से इस्तीफा दें, जमात के दस्तावेज सौपें
ऑडियो में यह बात भी कहीं गई है कि काजी उल हिन्दुस्तान के पद से असजद मियां इस्तीफा दें। जमात रजा मुस्तफा संगठन को भंग करके तमाम दस्तावेज खानदान के लोगों को सौपें।
संत-सूफियों के बीच नहीं बिगड़ेगी बात, खुराफातियों की खैर नहीं
जमात रजा-ए-मुस्त्फा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सलमान हसन ने अपने साथियों के साथ बकरीद से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ के साथ मुस्लिम मसाइल को लेकर बातचीत की थी। सलमान हसन खां ने इसे सामान्य मुलाकात बताया है। उन्होंने कहा कि फैजाबाद में एक मदरसा और पैगंबर-ए-इस्लाम की शान में गुस्ताखी करने वाले नरसिंहानंद के मामले को लेकर मुख्यमंत्री से मिलना हुआ है। हमने उनके समक्ष मस्जिद और मदरसों की सुरक्षा, मुस्लिम युवाओं को झूठे मामलों में फंसाए जाने का मामला रखा है। वसीम रिजवी के बयानबाजी को लेकर भी सीएम को बताया है। इस पर उन्होंने सकारात्मक जवाब दिया और भरोसा दिलाया है कि धार्मिक टिप्पणी करने वालों के खिलाफ सख्ती कानूनी कार्रवाई होगी। सलमान हसन ने कहा कि योगी आदित्यानाथ सूबे के मुख्यमंत्री है, उनसे हर धर्म के लोग मिलते हैं। तमाम लोग दरगाह से भी उनसे मिलने गए लेकिन उन्होंने उनसे मुलाकात नहीं की थी।