Tuesday , February 7 2023

आंकड़ों पर सवाल : पांच कोविड अस्पतालों में कोरोना से नहीं हुई किसी की मौत, हैरत में बोले सीएमओ…

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद में स्वास्थ्य विभाग ने शासन को कोरोना से हुई मौतों के जो आंकड़े भेजे हैं, उनमें पांच कोविड अस्पतालों में एक भी मरीज की मौत नहीं होने की बात कही गई है, केवल मुजफ्फरनगर मेडिकल कांलेज में 195 लोगों की मौत होने का दावा किया गया है। अस्पताल में जो मरीज भर्ती दिखाए गए, उनकी संख्या भी काफी कम है। इन आंकड़ों को लेकर सवाल उठ रहे हैं।

कोविड की जिला सर्विलांस अधिकारी डॉक्टर अलका सिंह और डॉ. शमशेर सिंह द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार मुजफ्फरनगर मेडिकल कॉलेज में 3086 मरीज भर्ती हुए, यहां 195 लोगों की कोरोना से मौत हुई है। भारत आयुर्वेदिक कॉलेज में 55 कोरोना पॉजिटिव मरीज भर्ती हुए, कोई मौत नहीं हुई। द्वारिका सिटी में 189 मरीज भर्ती हुए, यहां भी कोई मौत नहीं हुई। डिवाइन हॉस्पिटल में कोरोना पॉजिटिव एक मरीज भर्ती हुआ, जबकि सस्पेक्टेड 101 मरीज भर्ती हुए, यहां भी कोई मौत नहीं हुई। ईवान हॉस्पिटल में कोरोना पॉजिटिव एक मरीज भर्ती हुआ, यहां सस्पेक्टेड 147 मरीज भर्ती हुए। सैनी हार्ट केयर में कोरोना पॉजिटिव एक ही मरीज भर्ती हुआ। 

हार्ट केयर का रिकॉर्ड हमारे पास नहीं
स्वास्थ्य विभाग के जिला कार्यक्रम प्रबंधक विपिन कुमार का कहना है कि कोविड अस्पताल से जो रिपोर्ट हमें मिली, वह सीएमओ के माध्यम से शासन को गई। पांच कोविड अस्पतालों ने किसी व्यक्ति के मौत की कोई सूचना नहीं दी गई। केवल मुजफ्फरनगर मेडिकल कॉलेज में ही हमारे रिकॉर्ड में मौत की सूचना है। हार्ट केयर ने तो अपने मरीजों की कुल संख्या भी नहीं बताई।
अस्पतालों और स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों में भी अंतर
ईवान हॉस्पिटल में स्वास्थ्य विभाग केवल एक पॉजिटिव और 147 सस्पेक्टेड मरीजों के भर्ती होने की बात कर रहा है, जबकि ईवान के डॉ. प्रशांत के अनुसार हॉस्पिटल में लगभग 400 मरीज भर्ती रहे होंगे। इनमें 25 से 30 के बीच मौत हुई होगी। वहीं सैनी हार्ट केयर के चिकित्सक के अनुसार 165 मरीज भर्ती हुए और पांच की मौत हुई है। 

सरकारी रिकॉर्ड में 269 मौत
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार जिले में आज तक कोरोना के कुल पॉजिटिव केस 30644 आए हैं। 269 लोगों की कोरोना से मौत हुई है। जिले में इस समय आठ लोग कोरोना पॉजिटिव हैं।

सीएमओ हैरत में बोले कुछ नहीं
सीएमओ डॉ. एमएस फौजदार आंकड़ों को लेकर हैरत तो जता रहे हैं, लेकिन बोलने से कतरा गए। सीएमओ ने न तो मरीजों की सही संख्या बताई और न ही हॉस्पिटल में मृतकों के बारे में किसी प्रकार की जानकारी दी है।