बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के नाम पर पीड़ितों से करोड़ों रुपये की ठगी करने के आरोपी मो. शकील हैदर पर शिकंजा कसता जा रहा है। पुलिस की पड़ताल में सामने आया है कि शकील ने 100 से ज्यादा लोगों को प्लाट के नाम पर ठगा है। वजीरगंज और ठाकुरगंज में दर्ज एफआईआर में ही कई पीड़ितों के नाम है। पुलिस के मुताबिक उसने अपने एक रिश्तेदार बैंक अधिकारी की मदद से जमीन पर करोड़ों रुपये का ऋण लिया था, फिर इन जमीनों की फर्जी तरीके से रजिस्ट्री भी कर दी।
वजीरगंज पुलिस की जांच में सामने आया कि शकील ने जेहटा बरावन कलां स्थित पांच बीघा जमीन के लिये 70 लोगों को बैनामा कर दिया था। इससे पहले उसने करोड़ों रुपये का लोन अमीनाबाद स्थित एक बैंक में कार्यरत रिश्तेदार की मदद से लिया। ठाकुरगंज में उसके खिलाफ काफी पहले मुकदमा दर्ज हुआ था। पर, उसकी जब करतूत सामने आने लगी तो कई पीड़ितों ने डीसीपी सोमेन वर्मा से सम्पर्क किया था। डीसीपी के आदेश पर एसीपी चौक आईपी सिंह ने जांच की। इसके बाद ही वजीरगंज कोतवाली में एक के एक बाद चार मुकदमे शकील व उसके साथियों के खिलाफ दर्ज हुए।
बैंक कर्मियों की भूमिका भी खंगालेगी पुलिस
इंस्पेक्टर वजीरगंज धनंजय पांडेय ने बताया कि शकील के ऋण के बारे में जानकारी के लिये सोमवार को बैंक में टीम जायेगी। पुलिस यह भी मान रही है कि करोड़ों रुपये के ऋण दिलाने में बैंक कर्मचारियों की भूमिका भी संदिग्ध है। इस बारे में भी पड़ताल होगी। शकील के खिलाफ करोड़ों की धोखाधड़ी की जांच ईओडब्ल्यू भी कर रही है। ईओडब्ल्यू की ओर से वारन्ट भी जारी हुआ है।
कम्पनियों का डायरेक्टर बना था शकील
पुलिस ने बताया कि बरावन कलां स्थित पांच बीघा जमीन में दो बीघा शकील के नाम थी। इस पर उसने हिंद कंकरीट नाम से कम्पनी भी बनायी। इसमें खुद को डायरेक्टर दिखाया। इसके साथ ही अपनी भाभी के नाम से एक कम्पनी बनायी। इसमें भी वह डायरेक्टर बना। पुलिस इस बारे में भी जांच कर रही है। शकील मूल रूप से मऊ का रहने वाला है और लखनऊ में शीशमहल अपार्टमेंट में रहता है। ईओडब्ल्यू ने तीन दिन पहले उसकी तलाश में इस अपार्टमेंट में छापा मारा था।
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