लखनऊ के विभूतिखंड कोतवाली में फिल्म निर्माण कम्पनी के खिलाफ आठ लाख रुपये की धोखाधड़ी का केस दर्ज हुआ है। पीजीआई साउथ सिटी निवासी रजित राम गुप्ता की पहचान आवेशन मल्टीजोन निदेशक वीरेंद्र यादव से थी, जो बनारस में रुस्तमपुर का रहने वाला है।
विभूतिखंड में वीरेंद्र ने फिल्म निर्माण कम्पनी का दफ्तर बना रखा है। जहां भाई शिवबचन, सुरेंद्र यादव और दोस्त शिवकुमार भारद्वाज बैठते थे। रजित के मुताबिक वर्ष 2018 में वीरेंद्र ने ब्लैक मार्केट, वांटेड और बंदा नवाज फिल्म शिवा बैनर्स तले बनाए जाने की बात कही थी। रजित को फिल्म निर्माण में निवेश पर कम वक्त में अधिक मुनाफा कमाने का लालच दिया था। झांसे में फंस कर रजित ने आठ लाख रुपये वीरेंद्र को दिए थे, लेकिन मुनाफा नहीं दिया गया। तकादा करने पर आरोपियों ने चेक दिया था, जो बाउंस हो गया।
इस बीच आरोपी ऑफिस बंद कर भाग निकले। रुपये वापस मिलने की आस में रजित प्रयास करते रहे। कोई नतीजा नहीं निकलने पर पीड़ित ने मुख्यमंत्री प्रकोष्ठ में पत्र भेज कर शिकायत की थी। इसके बाद विभूतिखंड कोतवाली में वीरेंद्र, शिवबचन, सुरेंद्र और शिवकुमार पर केस दर्ज किया गया है।