उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी प्रॉपर्टी सीजर की कार्रवाई की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। बात हो रही है बहुचर्चित बिकरू कांड की, जिसमें 34 आरोपित जेल में बंद हैं। सभी की सम्पत्तियों का ब्योरा जुटाने की कवायद शुरू हो चुकी है। पुलिस अफसरों के मुताबिक अगले दस दिनों में पूरा ब्योरा पुलिस के पास होगा जिसके बाद सीज की कार्रवाई शुरू होगी।
इस मामले में सिर्फ पुलिस ही नहीं बल्कि ईडी, आईबी समेत कुछ और एजेंसियों ने भी जांच की थी। एक साल तक चली पड़ताल में पता चला कि विकास दुबे के करीबी जय बाजपेई के पास 30 करोड़ से अधिक की संपत्ति है। इसी तरह से विकास के खास जिलेदार के पास भी 10-15 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति निकली थी। विकास की खुद कुछ बेनामी सम्पत्तियों को एजेंसियों ने चिह्नित किया था जिसे 15-20 करोड़ रुपए का बताया जा रहा था। कुछ और गुर्गों की सम्पत्तियों का ब्योरा एजेंसियों ने जुटाया था। पुलिस इनसे भी संपर्क कर डिटेल लेगी। फाइनेंस के मामलों में शामिल तीन विभागों को आरोपितों का नाम, पता, फोन नंबर, आधार और पैन कार्ड भेजा गया है। एजेंसियों ने अगले दस दिनों में खाता उपलब्ध कराने की बात कही है।
इस मामले में सिर्फ पुलिस ही नहीं बल्कि ईडी, आईबी समेत कुछ और एजेंसियों ने भी जांच की थी। एक साल तक चली पड़ताल में पता चला कि विकास दुबे के करीबी जय बाजपेई के पास 30 करोड़ से अधिक की संपत्ति है। इसी तरह से विकास के खास जिलेदार के पास भी 10-15 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति निकली थी। विकास की खुद कुछ बेनामी सम्पत्तियों को एजेंसियों ने चिह्नित किया था जिसे 15-20 करोड़ रुपए का बताया जा रहा था। कुछ और गुर्गों की सम्पत्तियों का ब्योरा एजेंसियों ने जुटाया था। पुलिस इनसे भी संपर्क कर डिटेल लेगी। फाइनेंस के मामलों में शामिल तीन विभागों को आरोपितों का नाम, पता, फोन नंबर, आधार और पैन कार्ड भेजा गया है। एजेंसियों ने अगले दस दिनों में खाता उपलब्ध कराने की बात कही है।
प्रदेश में कई बड़े अपराधियों की सम्पत्तियों पर बुलडोजर चलवाए गए हैं। उन्हें सीज किया गया है। यह पहला मौका होगा जब एक साथ पुलिस 37 आरोपितों की सम्पत्ति सीज करेगी। पूरे प्रदेश में अब तक की यह सबसे बड़ी कार्रवाई होगी।
एजेंसियों को शातिरों की डिटेल भेजी गई है। दस दिनों में डाटा उपलब्ध कराने को कहा गया है। डाटा आते ही कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी। सभी की सम्पत्तियों को जब्त किया जाएगा।