ओवल के मैदान पर एक तरफ जहां बाकी भारतीय बल्लेबाजों के लिए इंग्लिश तेज गेंदबाज काल साबित हो रहे थे तो वहीं दूसरी ओर शार्दुल ठाकुर ने इंग्लैंड के इसी पेस अटैक के साथ खिलवाड़ कर रहे थे। क्या जेम्स एंडरसन, क्या ओली रोबिन्सन और क्या क्रिस वोक्स हर किसी को मुंबई के इस ऑलराउंडर ने तबीयत से तोड़ा। टेस्ट में शार्दुल ने जो टी-20 का तड़का लगाया उसको देखकर इंग्लिश कप्तान जो रूट भी हैरान परेशान नजर आए। शार्दुल ने चौका और फिर पुल शॉट पर सिक्स लगाकर अपने अर्धशतक महज 31 गेंदों में पूरा किया और खास अंदाज में अपनी इस तूफानी पारी का जश्न मनाया। ओली रोबिन्सन की गेंद पर सिक्स जड़ने के बाद शार्दुल ने बेहद जोश के साथ अपने बल्ले को ड्रेसिंग रूम की तरफ उठाया और सभी को दिखाया कि क्यों उनको रविचंद्रन अश्विन के ऊपर तरजीह मिली है। शार्दुल ने अपनी फिफ्टी जड़ने के लिए 31 गेंदों का सामना किया और 57 रनों की आतिशी पारी में उन्होंने कई रिकॉर्ड्स को भी ध्वस्त किया। शार्दुल ने भारत की तरफ से दूसरी सबसे तेज टेस्ट फिफ्टी जड़ी। इस मामले में उन्होंने विस्फोटक पूर्व बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग को पीछे छोड़ा, जिन्होंने 2008 में इंग्लैंड के खिलाफ ही 32 गेंदों में अर्धशतक ठोका था। सफेद जर्सी में भारत के लिए सबसे तेज अर्धशतक जमाने का रिकॉर्ड पूर्व कप्तान कपिल देव के नाम है। कपिल देव ने 1982 में पाकिस्तान के खिलाफ 30 गेंदों में अर्धशतक जड़ा था। ओली रोबिन्सन की गेंद पर सिक्स जड़ने के बाद शार्दुल ने बेहद जोश के साथ अपने बल्ले को ड्रेसिंग रूम की तरफ उठाया और सभी को दिखाया कि क्यों उनको रविचंद्रन अश्विन के ऊपर तरजीह मिली है। शार्दुल ने अपनी फिफ्टी जड़ने के लिए 31 गेंदों का सामना किया और 57 रनों की आतिशी पारी में उन्होंने कई रिकॉर्ड्स को भी ध्वस्त किया। शार्दुल ने भारत की तरफ से दूसरी सबसे तेज टेस्ट फिफ्टी जड़ी। इस मामले में उन्होंने विस्फोटक पूर्व बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग को पीछे छोड़ा, जिन्होंने 2008 में इंग्लैंड के खिलाफ ही 32 गेंदों में अर्धशतक ठोका था। सफेद जर्सी में भारत के लिए सबसे तेज अर्धशतक जमाने का रिकॉर्ड पूर्व कप्तान कपिल देव के नाम है। कपिल देव ने 1982 में पाकिस्तान के खिलाफ 30 गेंदों में अर्धशतक जड़ा था।