कानपुर में कुरसौली में नालियों में गंदगी बहाने वाले 34 ग्रामीणों पर रिपोर्ट दर्ज होगी। डीएम के निर्देश पर जिला पंचायती राज अधिकारी (डीपीआरओ) ने ग्राम पंचायत सचिव शालिनी मिश्रा के जरिये बिठूर थाने में तहरीर भिजवाई है। डीपीआरओ का कहना है कि कुरसौली के कुछ ग्रामीणों ने निरीक्षण के समय डीएम से शिकायत की थी कि गांव के कई लोग सीवर का पानी नालियों में बहाते हैं।
यह पानी तालाब में भी जाता है। इससे संक्रमण जनित बीमारियां फैलती हैं। इस पर डीएम ने गंदगी बहाने वाले ग्रामीणों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने के निर्देश दिए थे। 34 लोगों के नाम बिठूर थाने भेजे गए हैं। इनमें अविनाश, अरुण कुमार, कैलाश, सोनू, उमादत्त, रामदत्त, लाली, रामचंदर, रज्जाक, ईशाक, अब्दुल, रामशंकर, अर्जुन, बब्बन, बद्री, कालीशंकर, हरिशंकर, श्रवण, सुरेश, रामनाथ, साहदीन, संजय, दीनबंधु, मंगली प्रसाद, मनोज कुमार, सुनील कुमार, मूलचंद्र, छोटे, ज्वाला प्रसाद, छेदीलाल, राजू, भोला, संतोष अवस्थी, रामचंद्र शामिल हैं। इनमें से हरिशंकर की बेटी जूली गौतम और लाली की नातिन वैष्णवी की बीमारी से मृत्यु हो चुकी है।
डीएम के दो आदेश, एक में तत्परता, दूसरे में सन्नाटा
कुरसौली में निरीक्षण के दौरान डीएम आलोक तिवारी ने गंदगी बहाने वाले ग्रामीणों पर रिपोर्ट के साथ ही गांव में फॉगिंग, सफाई और कीटनाशकों का छिड़काव न करने पर एडीओ पंचायत सुरेश निगम, बीडीओ अनिरुद्ध सिंह चौहान को प्रतिकूल प्रविष्टि देने और ग्राम सचिव शालिनी मिश्रा के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए थे।
इसमें से ग्रामीणों पर एफआईआर दर्ज कराने के मामले में तो तत्परता दिखाई गई, लेकिन झूठ बोल रहे एडीओ, बीडीओ और सचिव के खिलाफ समाचार लिखे जाने तक कोई कार्रवाई नहीं हुई थी।