चौधरी हरमोहन सिंह की जयंती पर भाजपा ने समाजवादी पार्टी को बड़ा झटका दिया है। पिछले कई दशकों से सपा का स्तंभ माना जाने वाला चौधरी परिवार अब भगवा रंग में नजर आएगा। सोमवार को चौधरी साहब की जयंती के अवसर पर मेहरबान सिंह का पुरवा में आयोजित समारोह को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऑनलाइन माध्यम से संबोधित किया और राज्यसभा सदस्य सुखराम यादव व उनके बेटे मोहित यादव को बधाई भी दी।
सपा और उससे जुड़े लोगों का नाम लिए बगैर कहा कि जो पूर्वजों का सम्मान नहीं कर सकता है, उसकी समाज में पहचान नहीं हो सकती है। लंबे समय से मुलायम सिंह यादव की छाया में रहने वाले इस परिवार को भाजपा से जोड़ने के लिए मुख्यमंत्री योगी पूरी तरह से गंभीर दिखे। वे विधानसभा उपाध्यक्ष का चुनाव होने की वजह से कार्यक्रम में नहीं आ पाए लेकिन उन्होंने लखनऊ से ही समय निकालकर ऑनलाइन संबोधन किया।
कहा कि समय और समाज बदल रहा है। आने वाले समय में बहुत कुछ अच्छा होने वाला है। मुख्यमंत्री की तरफ से उसी प्रोटोकाल के तहत यहां भेजे गए उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने चौधरी हरमोहन सिंह यादव को संत की उपमा दी। कहा कि एक संत के परिवार का एक योगी (मुख्यमंत्री) से मिलन हुआ है, यह संदेश दूर तक जाएगा।
उप मुख्यमंत्री ने मंच से ही चौधरी के परिवार से जुड़े उन सभी लोगों का नाम भी लिया जो अब भाजपा की विचारधारा से जुड़ गए हैं। इसमें सिर्फ चौधरी जगराम सिंह यादव का नाम नहीं था, लेकिन उनके बेटे अभिषेक सिंह यादव का नाम शामिल था। उन्होंने सांसद सुखराम के बेटे और कार्यक्रम आयोजक मोहित यादव को सपूत बताया। इस मौके पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, सांसद देवेंद्र सिंह भोले, महापौर प्रमिला पांडेय, अरुण पाठक, स्वप्निल वरुण, दिवाकर मिश्र सहित कई लोग मौजूद रहे।
14 राज्यों से आए यादव प्रतिनिधि
चौधरी हरमोहन सिंह यादव के जयंती समारोह में अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा से जुड़े 14 राज्यों के पदाधिकारी शामिल हुए। पदाधिकारियों को उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने शॉल ओढ़ाकर और स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। महासभा से जुड़े रामू कोनार कर्नाटक से, शिवशरण अहीर तेलंगाना से, केसी कपास कोलकाता से, डॉ. कुमार इंद्रदेव यादव बिहार से, आदित्य रंजन यादव बंगलूरू से आए। इसके अलावा यूपी के विभिन्न जिलों से राष्ट्रीय सचिव लक्ष्मण यादव, डॉ. प्रकाश यादव, मनीष यादव, शिव प्रसाद यादव, डॉ. हरेंद्र यादव आदि समारोह में आए।
संघ की भूमिका भी महत्वपूर्ण
सपा के गढ़ वाले सुखराम यादव परिवार को भाजपा की तरफ मोड़ने में संघ की भूमिका भी प्रमुख रही है। पिछली बार जब भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सुखराम के बेटे मोहित यादव के निमंत्रण पर यहां आए थे, उससे पहले से ही संघ ने इस परिवार के बीच सेंध लगानी शुरू कर दी थी। यही वजह है कि अब यह परिवार सपा की छत्रछाया से बाहर आ चुका है। बताया जा रहा है कि मोहित यादव लंबे समय से संघ के संपर्क में हैं।
अगला निशाना इटावा
चौधरी हरमोहन सिंह यादव के परिवार को पार्टी से जोड़ने के बाद अब भाजपा का अगला निशाना इटावा है। बड़ी बात यह है कि इस अभियान को मजबूती देने का काम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरफ से किया जा रहा है। रणनीति बनाई गई है कि सपा के गढ़ वाले क्षेत्रों में बड़ी संख्या में युवाओं को जोड़ा जाएगा। इसका पहला कदम महानगर था। इसमें सांसद सुखराम के बेटे मोहित यादव के रूप में पार्र्टी ने यादव बिरादरी का एक युवा नेता तैयार किया है। इसी तरह जल्द ही इटावा में बड़ी संख्या में यादवों के बीच सम्मेलन करने की तैयारी चल रही है।
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