आगरा जिले में बारिश होने से डेंगू-मलेरिया का खतरा और बढ़ गया है। जलभराव होने से मच्छर पनपेंगे, जिनके काटने से डेंगू, मलेरिया के और मरीज मिलेंगे। जिला मलेरिया अधिकारी आरके दीक्षित ने बताया कि डेंगू फैलाने वाला एडीज एजिप्टाई और मलेरिया का एनाफिलीज मच्छर साफ पानी में पनपता है। इसका लार्वा तीन दिन ठहरे हुए पानी में पनपता है, उम्र 30 से 35 दिन है। गांवों में जलभराव होने से मच्छरों के पनपने से दिवाली तक और खतरा है।
नीम के पत्ते जलाएं, हाथ-पैरों पर नीम का तेल लगाएं
आयुष विभाग के डॉ. लोकेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि बरसात होने से मच्छरों का लार्वा तेजी से पनपेगा। ऐसे में लोग खासतौर से बच्चों की विशेष देखभाल करें। आयुर्वेद तरीके भी अपना सकते हैं, जिससे लोगों को परेशानी भी नहीं होगी। नीम के पत्ते जलाएं। हाथ-पैरों में नीम का तेल लगाएं। इससे मच्छरों से राहत मिलेगी।
ये कर सकते हैं
- ठहरे हुए पानी में मिट्टी के तेल की बूंद छिड़क दें।
- नीम के पत्ते जलाकर धुआं करें, दरवाजे कुछ देर बंद कर दें।
- हाथ-पैरों पर नीम का तेल लगाकर रखें, खासकर दिन में जरूर लगाएं।
- कमरों में नीम का तेल और कूपर मिलाकर जलाएं।
- सभी लोग पूरी आस्तीन के कपड़े पहनकर रहें।
छह और मरीजों में डेंगू की पुष्टि
आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती छह और मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। इनमें से आगरा के चार मरीज हैं। फिरोजाबाद और हाथरस के एक-एक मरीज में डेंगू की पुष्टि हुई है। अभी एसएन मेडिकल कॉलेज में 11 मरीजों का इलाज चल रहा है। इनमें से पांच मरीजों की रिपोर्ट आना बाकी है।
सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि सोमवार को आगरा में डेंगू के चार मरीज मिलने से संख्या 338 हो गई है। इनमें से 236 मरीज ठीक हो गए हैं। एक मरीज की मौत हुई है, बाकी के मरीजों का एसएन, जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और निजी अस्पतालों में इलाज चल रहा है।
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