उत्तर प्रदेश के बागपत जनपद में धनतेरस त्योहार के दिन एक घर में मातम पसर गया। यहां एक किसान ने बैंक के कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। बताया गया कि किसान को बेटी की शादी करने की भी चिंता सता रही थी। वहीं परिजनों का कहना है कि कर्ज अदा करने के लिए बैंक दबाव बना रहा था।
ये है पूरा मामला
बिहारीपुर गांव में कर्ज में डूबे किसान ने परेशान होकर फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों के मुताबिक बैंक के करीब सात लाख और साहूकार के तीन लाख कर्ज से किसान परेशान था। दो माह बाद ही बेटी की शादी होनी थी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने किसान का शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। साथ ही जांच भी शुरू कर दी है।
बिहारीपुर निवासी किसान अनिल कुमार (45 वर्ष) पुत्र राज सिंह का शव मंगलवार सुबह पड़ोसी किसान सुरेशपाल के खेत में पेड़ पर रस्सी से लटका हुआ मिला। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच की और किसान के शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है। परिजनों ने बताया कि किसान अनिल के पास चार बीघा जमीन है। अनिल पर बैंक का करीब सात लाख रुपये व साहूकार का तीन लाख रुपये कर्ज है। यह कर्ज चुकाने के लिए उस पर लगातार तगादा किया जा रहा था। इस कर्ज चुकाने में अनिल वर्तमान में असमर्थ थे। इसलिए ही वह पिछले कई दिनों से तनाव में चल रहे थे। इस कारण ही किसान ने आत्महत्या की है। कोतवाली प्रभारी अजय कुमार शर्मा का कहना है कि किसान के तनाव में होने के कारण आत्महत्या करने की बात सामने आई है। मामले की जांच की जा रही है।
बेटी की फरवरी में होनी है शादी
किसान अनिल कुमार की बेटी भारती की फरवरी माह में शादी होनी है। उनका एक बेटा निखिल दिव्यांग है और दूसरा बेटा नितिन है। घटना से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। ग्रामीणों ने सरकार से परिवार की आर्थिक मदद करने की मांग की है।
किसान अनिल की मौत कर्ज से होने की बात पता चली है। उस पर कितना और किसका कर्ज था, इस संबंध में बुधवार को टीम भेज कर दस्तावेज तैयार कराए जाएंगे।